बढ़ता वजन आजकल एक आम समस्या बन चुकी है, जिसका मुख्य कारण है – अनियमित दिनचर्या और गलत खानपान। ऐसे में लोग वजन घटाने के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं, जिनमें से इंटरमिटेंट फास्टिंग तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह वेट लॉस डाइट प्लान कई लोगों के लिए फायदेमंद साबित हुआ है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए यह डाइट बिल्कुल सही नहीं होती?
यदि आप भी इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं या शुरू करने का सोच रहे हैं, तो पहले नीचे बताए गए लक्षणों पर ध्यान दें। अगर ये लक्षण आपके शरीर में दिख रहे हैं, तो समझ जाइए कि यह तरीका आपके शरीर के अनुकूल नहीं है।
1. लगातार थकान रहना
अगर आप पूरे दिन सुस्त और थके हुए महसूस करते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा या पोषण नहीं मिल रहा है।
2. बार-बार चक्कर आना
अगर उपवास के दौरान आपको अक्सर चक्कर आते हैं या सिर हल्का महसूस होता है, तो यह ब्लड शुगर लेवल में गिरावट का संकेत हो सकता है।
3. लगातार सिरदर्द रहना
नई खाने की आदतें कभी-कभी सिरदर्द का कारण बन सकती हैं, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार हो रही है, तो यह आपके शरीर का रेड अलर्ट हो सकता है।
4. पाचन संबंधी समस्याएं
अगर आपको कब्ज, पेट फूलना या पेट दर्द की समस्या हो रही है, तो इसका मतलब है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग आपके पाचन तंत्र पर गलत असर डाल रही है।
5. नींद न आना या नींद में खलल
अगर फास्टिंग करने के बाद आपकी नींद डिस्टर्ब हो रही है या अनिद्रा की समस्या बढ़ रही है, तो यह आपके लिए एक चेतावनी है।
6. वर्कआउट के दौरान कमजोरी महसूस होना
अगर आप व्यायाम करते समय जल्दी थक जाते हैं या सहनशक्ति में गिरावट महसूस करते हैं, तो यह फास्टिंग के चलते शरीर में पोषण की कमी का संकेत हो सकता है।
निष्कर्ष:
इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन घटाने का अच्छा उपाय हो सकता है, लेकिन यह सभी के लिए फायदेमंद नहीं है। अगर ऊपर बताए गए लक्षण आपके शरीर में दिख रहे हैं, तो तुरंत किसी डायटिशियन या डॉक्टर से सलाह लें और अपने लिए एक सुरक्षित और संतुलित डाइट प्लान चुनें।
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