कुछ स्ट्रीट फ़ूड इतने टेस्टी होते हैं कि उन्हें अगर हर रोज भी खाया जाए तो भी मन नहीं भरता. ऐसा ही एक स्ट्रीट फ़ूड गोल गप्पा है, जिसे भारत में बड़ी संख्या में लोग चाव से खाना पसंद करते हैं. भले ही पेट पुरा भरा हुआ हो, लेकिन गोल गप्पे के लिए हमेशा थोड़ा सा स्पेस जरूर खाली रहता है. उबले छोले, आलू और मसालेदार पानी से लदा गोल गप्पा आपकी खाने से जुड़ी हर क्रेविंग को दूर कर सकता है.
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि टेस्टी लगने वाले गोल गप्पे काफी हेल्दी भी होते हैं. इन्हें बनाने के लिए ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है, जिनकी गिनती पोषण से भरपूर आहारों में होती है. गोल गप्पे गेहूं का आटा, सूजी, उबले आलू, टकसाल के पत्ते, उबले चने, हरी मिर्च, नमक, मिर्च पाउडर, अमचूर, धनिया और इमली से तैयार किए जाते हैं.
गोल गप्पे गेहूं, सूजी, छोले और आलू आदि से बनाए जाते हैं, जो कार्ब्स और फाइबर का अच्छा सोर्स हैं. यही वजह है कि इन्हें खाने से आपको भरपूर फाइबर मिल सकता है, जो डाइजेशन सिस्टम को सुधारने और साफ रखने में मदद कर सकता है.
बेशक आप यह सोचकर चौंक गए होंगे कि गोल गप्पे कैसे वेट लॉस कर सकते हैं. लेकिन यह पूरी तरह से संभव है. गोल गप्पे में भरी जाने वाली अधिकतर चीज़ें उबली हुई होती हैं और पानी भी होता है. यही वजह है कि इसमें कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिल सकती है.
एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर आमतौर पर ठंडी पानी पीने की सलाह देते हैं जैसे जलजीरा. जलजीरे का पानी गोल गप्पे का सबसे जरूरी हिस्सा होता है, क्योंकि इसके बिना इसका स्वाद अधूरा माना जाता है. जलजीरे के पानी में अदरक, जीरा, पुदीना, काला नमक, धनिया और कभी-कभार काली मिर्च मिलाया जाता है. ये सभी चीज़ें खराब पेट को शांत करने में मदद कर सकती हैं और एसिडिटी की समस्या को दूर करती हैं.
गोल गप्पे में इस्तेमाल होने वाला जलजीरे का पानी मुंह के छालों का इलाज कर सकता है.
कम कार्ब वाली सामग्री की वजह से गोल गप्पे डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छे साबित हो सकते हैं. हालांकि इनके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी है.
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