प्राचीन परंपरा में ऐसा कहा जाता था कि बादाम को भिगोकर बच्चों को खिलाने से उनका माइंड शार्प होता है. हालांकि ये आज भी लोग फॉलो करते हैं. बादाम एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसके सेवन से सेहत को अनगिनत लाभ मिलते हैं. साथ ही कई तरह की बीमारियों में आराम भी मिलता है. बादाम को मिठाईयों पर सजावट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होता है. ज्यादातर लोग बादाम को भिगोकर ही खाते हैं क्योंकि इससे सेहत को अधिलक लाभ मिलता है.
लेकिन आज हम बादाम को लेकर एक अलग बात के बारे में सच जानेंगे कि क्या बादाम को भिगोने के बाद छीलकर खाना चाहिए या नहीं? दरअसल, बादाम को भिगोने से उसमें मौजूद पोषक तत्व और बढ़ जाते हैं. आपको बता दें, बादाम के छिलके में टैनिन नामक एक पदार्थ मौजूद होता है. ये बादाम के पोषक तत्वों को अवशोषित होने से रोकता है. इसलिए कुछ लोग बादाम का छिलका हटाकर नहीं खाते हैं क्योंकि इससे बादाम के पूरे पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो पाते हैं. लेकिन वहीं बादाम के छिलके को हटाकर खाने के भी अन्य फायदे हैं.
बादाम का छिलका टेस्ट में हल्का रूखा और कड़वा लगता है. छिलका हटाने से बादाम की मिठास बढ़ जाती है. साथ ही अगर आप बादाम को छिलका हटाकर खाते हैं तो इसमें मौजूद कीटनाशक और रसायन भी आपके पेट में जाने से बचते हैं. बादाम का छिलका स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है. इसलिए बादाम का छिलका हटाने के बाद भी बादाम 100 प्रतिशत शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक होता है.
बादाम खाने से दिल से जुड़ी दिक्कतों में आराम मिलता है. बादाम में गुड फैटी एसिड, विशेष रूप से मोनोअंसैच्युरेटेड और पॉलीअंसैच्युरेटेड फैट्स होते हैं जो कि हमारे दिल के लिए अच्छे माने जाते हैं.
बादाम वेट लॉस में भी काफी मददगार है. दरअसल, बादाम में फाइबर, प्रोटीन, और वसा अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसलिए इसे खाने से भूख नियंत्रित होती है.
भीगे हुए और इसका छिलका हटाकर अगर आप बादाम खाते हैं, तो इससे ब्लड शुगर लेवल भी मेंटेन होता है. बात दें, बादाम में मौजूद मैग्नीशियम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है.
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