राष्ट्रीय एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या सहित 14 खिलाड़ियों को 2025 के लिए रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल (RTP) में शामिल किया है। जल्द ही नाडा इन खिलाड़ियों के सैंपल इकट्ठा कर उनकी जांच करेगा। यह तो वक्त बताएगा कि ये खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट में पास होंगे या फेल, लेकिन इससे पहले हम आपको उन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं जो डोप टेस्ट में फेल हो चुके हैं और बैन का सामना कर चुके हैं।
यूसुफ पठान
2007 टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे यूसुफ पठान अनजाने में टरबुटालाइन नामक प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन के कारण डोप टेस्ट में फेल हुए थे। इस घटना के बाद BCCI ने उन्हें 5 महीने के लिए बैन कर दिया था। उनका प्रतिबंध जनवरी 2018 में समाप्त हुआ।
पृथ्वी शॉ
युवा क्रिकेटर पृथ्वी शॉ भी यूसुफ पठान की तरह टरबुटालाइन के अनजाने में सेवन के कारण 2019 में डोप टेस्ट में फेल हो गए थे। नतीजतन, BCCI ने उन्हें 8 महीने के लिए निलंबित कर दिया।
प्रदीप सांगवान
IPL में दिल्ली कैपिटल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स और गुजरात टाइटंस का हिस्सा रहे प्रदीप सांगवान 2013 में एनाबॉलिक स्टेरॉयड के सेवन के दोषी पाए गए। इस कारण BCCI ने उन्हें 18 महीने के लिए बैन कर दिया था।
किरण बालियान
गोला फेंक एथलीट किरण बालियान, जिन्होंने एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, 2024 में डोप टेस्ट में फेल हो गई थीं। नाडा ने उन्हें प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन का दोषी पाते हुए अस्थायी निलंबन दिया।
रचना कुमारी
हैमर थ्रो खिलाड़ी रचना कुमारी 2023 में नेशनल इंटर स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी थीं। लेकिन 2024 में डोप टेस्ट में फेल होने के बाद इंटरनेशनल फेडरेशन एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट ने उन्हें 12 साल के लिए बैन कर दिया।
निर्मला श्योराण
निर्मला श्योराण को 2018 में डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने पर 4 साल का प्रतिबंध झेलना पड़ा। 2023 में वह दोबारा डोप टेस्ट में फेल पाई गईं। इसके चलते नाडा ने उन्हें अगस्त 2023 से 8 साल के लिए बैन कर दिया।
करणवीर सिंह
शॉटपुट एथलीट करणवीर सिंह ने मई 2023 में फेडरेशन कप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। लेकिन डोप टेस्ट में फेल होने के बाद उन्हें बैंकॉक में होने वाली एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप से बाहर कर दिया गया।
किरपाल सिंह
चक्का फेंक एथलीट किरपाल सिंह ने 2023 में फेडरेशन कप में गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन उन्हें स्टैनोजोलोल नामक एनाबॉलिक स्टेरॉयड का सेवन करते पकड़ा गया। इसके बाद उन पर 4 साल का बैन लगाया गया।
परवेज खान
मध्यम दूरी के धावक परवेज खान 2024 में अमेरिका की कॉलेजिएट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 1500 मीटर दौड़ जीतने के बाद डोप टेस्ट में फेल पाए गए। नाडा ने उन पर अस्थायी रूप से बैन लगा दिया।
अंशुला राव
मध्यप्रदेश की ऑलराउंडर अंशुला राव ने जानबूझकर प्रतिबंधित दवा का सेवन किया, जिसके कारण वह 2020 में डोप टेस्ट में फेल हो गईं। नाडा ने उन्हें 4 साल के लिए निलंबित कर दिया। अंशुला डोपिंग में बैन होने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनीं।
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