गोलू- सतयुग और कलयुग के श्राप में क्या अतंर है।
बंता-सतयुग में गुस्सा होने पर श्राप दे देते थे
और
कलयुग में गुस्सा होने पर ब्लॉग कर देते हैं
डिजिटल श्राप😜😂😂😂😛🤣
******************************************************************
पड़ोसी- भाभी जी भाई साहब नहीं दिख रहे हैं।
भाभी- हमारा झगड़ा हो गया है वह गार्डन में हैं।
पड़ोसी- मैंने देखा गार्डन में नहीं हैं वो।
भाभी- खोदकर देखा।
पड़ोसी बेहोश😜😂😂😂😛🤣
******************************************************************
एक बार गोलू ट्रेन में सफर कर रहा था।
ट्रेन में बहुत भीड़ होने की वजह से वो एक गंजे आदमी
के गोद में बैठ गया।
आदमी (गुस्से में)- हां, हां! मेरे सिर पर आकर बैठा जा।
गोलू- नहीं, अंकल मैं यहीं ठीक हूं, वहां से फिसल कर
गिरने का डर है।😜😂😂😂😛🤣