संसद में चार दिसम्बर से शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है। इससे पहले सभी दलों की बैठक दिल्ली में हुई है। इस दौरान बसपा ने केंद्र सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग की। इसको लेकर बसपा प्रमुख मायावती ने एक्स पर लिखा है कि आगामी चार दिसम्बर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पहले शनिवार को सर्वदलीय बैठक में बीएसपी द्वारा सरकार से देश में जातीय जनगणना कराए जाने की मांग पुनः की गयी।
उन्होंने कहा कि अब जबकि इसकी मांग देश के कोने-कोने से उठ रही है तो केन्द्र सरकार द्वारा इस बारे में अविलम्ब सकारात्मक कदम उठाना चाहिए। बसपा प्रमुख ने आगे कहा कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था से त्रस्त व जातिवादी शोषण-अत्याचार से पीड़ित देश के लोगों में जातीय जनगणना के प्रति जो अभूतपूर्व रुचि है। वह भाजपा की नींद उड़ाए है तथा कांग्रेस अपने अपराधों पर पर्दा डालने में व्यस्त है।
वैसे विभिन्न राज्य सरकारें ‘सामाजिक न्याय’ की दुहाई देकर आधे-अधूरे मन से जातीय जनगणना कराकर जनभावना को काफी हद तक साधने का प्रयास कर रही हैं। किन्तु इसका सही समाधान तभी संभव है जब केन्द्र सरकार राष्ट्रीय स्तर पर सही जातीय जनगणना कराकर लोगों को उनका हक देना सुनिश्चित करेगी।
– एजेंसी