आईएचएमसीएल ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को ‘फास्टैग’ जारी करने वाले अधिकृत बैंकों की सूची से हटाया

सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टोल संग्रहण इकाई भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आईएचएमसीएल) ने राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को परेशानी से बचने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अलावा 32 अधिकृत बैंकों से ‘फास्टैग’ सेवाएं लेने की सलाह दी है।

आईएचएमसीएल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए लिखा अपना ‘फास्टैग’ 32 अधिकृत बैंकों से खरीदें। इन 32 अधिकृत बैंकों में एयरटेल पेमेंट्स बैंक, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और यस बैंक शामिल हैं।

एनएचएआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भारत में आठ करोड़ से अधिक ‘फास्टैग’ उपयोगकर्ता हैं और पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) की बाजार हिस्सेदारी करीब 30 प्रतिशत है। इससे पहले, आईएचएमसीएल ने 19 जनवरी 2024 को लिखे एक पत्र में पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए ‘फास्टैग’ जारी करने से रोक दिया था।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम की इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड उत्पाद, वॉलेट व फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का 31 जनवरी को निर्देश दिया था। हालांकि, कोई भी ब्याज, ‘कैशबैक’ या ‘रिफंड’ ग्राहकों के खातों में किसी भी समय वापस जमा किया जा सकता है।

केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा था कि निर्देश लगातार निरंतर गैर-अनुपालन के बाद दिए गए। आईएचएमसीएल ने कहा कि वह ‘फास्टैग’ उपयोगकर्ताओं को आरबीआई दिशानिर्देशों के तहत नवीनतम ‘फास्टैग’ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, त्रिशूर जिला सहकारी बैंक, साउथ इंडियन बैंक, सारस्वत बैंक, नागपुर नागरिक सहकारी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, करूर व्यास्य बैंक, जेएंडके बैंक, इंडसइंड बैंक, इंडियन बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, फिनो बैंक, इक्विटेबल स्मॉल फाइनेंस बैंक, कॉसमॉस बैंक, सिटी यूनियन बैंक लिमिटेड, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और एक्सिस बैंक ‘फास्टैग’ सेवा प्रदान करने के लिए अधिकृत अन्य बैंक हैं। रेडियो फ़्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) प्रौद्योगिकी से लैस ‘फास्टैग’, उपयोगकर्ताओं को सीधे लिंक किए गए बैंक खातों से राजमार्ग टोल शुल्क का भुगतान करने की सेवा प्रदान करता है।

– एजेंसी