सिरदर्द एक आम समस्या मानी जाती है कई बार ये दर्द कई घंटो तक या कई दिनों तक रह सकता है और ये दवा खाने पर ठीक भी हो जाता है लेकिन अगर दर्द लगातार बना हुआ है तो यह दर्द किसी गंभीर बीमारी का कारण भी हो सकता है। ऐसे में हमें सिरदर्द को सामान्य दर्द समझ कर नज़रअंदाज़ बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। चलियें जानते है, सिरदर्द के बारे में आमतौर पर सिरदर्द को नजरअंदाज किया जाता है, आजकल सिरदर्द का प्रमुख कारण जीवन में बढ़ता तनाव है, तनाव से होने वाले दर्द में कोई दूसरा लक्षण नहीं देखा गया है, इसमें सिरदर्द अचानक से होता है,अक्सर बिना किसी दवाई के ही ठीक हो जाता है। माइग्रेन की बीमारी भी सिरदर्द का प्रमुख कारण है, इसमें उलटी,मतली के साथ चक्कर आता है, जबकि साइनस के सिर दर्द में सिर के साइनस में सूजन आने के कारण तेज दर्द होता है।इसमें सिरदर्द के साथ, नाक के ऊपरी हिस्से या गाल की हड्डी पर भी दर्द हो सकता है। कभी कभी तेज बुखार के साथ भी सिरदर्द देखा गया है यह मेनिन्जाइटिस या इंसेफेलाइटिस के संकेत भी हो सकते हैं, जिसे दिमागी बुखार कहा जाता है।
थंडरक्लैप सिरदर्द, यह कोई सामान्य बीमारी नहीं है। ये दर्द सिर से पीठ की तरफ बढ़ जाता है और कई घंटों तक ठीक नहीं होता हैं। इसकी वजह से मिचली, बेहोशी और चक्कर आने की समस्याएं हो सकती हैं। कई बार स्ट्रोक, आर्टरीज के डैमेज होने या सिर में चोट की वजह से भी दर्द होता है। डिहाइड्रेशन, मेनोपॉज और नींद पूरी न होना ये सब भी इसके कुछ कारण है।
उपाय:-
1 नियमित प्रणायाम और व्यायाम करें।
2 नियमित रूप से पानी और संतुलित आहार को अपने खाने में शामिल करें।
3 लम्बे समय तक मोबाइल फ़ोन और कंप्यूटर का इस्तेमाल न करें।
4 रोज़ाना कम से कम 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद जरूर लें।
5 नियमित मेडिटेशन करें और तनावमुक्त रहें।
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