आजकल डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है, जो खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी न केवल ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है बल्कि शरीर के कई अंगों को नुकसान भी पहुंचाती है। खासकर किडनी पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ता है।
कैसे होती है डायबिटीज?
जब शरीर में इंसुलिन हार्मोन सही से काम नहीं करता, तो ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित हो जाता है। डायबिटीज होने के मुख्य कारण हैं:
✔ अधिक मीठा और प्रोसेस्ड फूड का सेवन
✔ फिजिकल एक्टिविटी की कमी
✔ मोटापा, धूम्रपान और शराब
✔ अत्यधिक मानसिक तनाव और नींद की कमी
✔ परिवार में पहले से डायबिटीज का इतिहास
डायबिटीज से किडनी को कैसे नुकसान होता है?
डायबिटीज का सबसे गंभीर प्रभाव किडनी पर पड़ता है। जब ब्लड शुगर ज्यादा समय तक कंट्रोल में नहीं रहता, तो यह धीरे-धीरे किडनी की नसों को डैमेज करने लगता है। इससे किडनी की फिल्टर करने की क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे शरीर से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते।
👉 किडनी कमजोर होने के लक्षण:
✅ किडनी का कामकाज धीमा हो जाता है
✅ किडनी जरूरी प्रोटीन को यूरिन के जरिए बाहर निकालने लगती है
✅ ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे किडनी को और नुकसान होता है
✅ 85-90% किडनी खराब होने पर इसे एंड स्टेज किडनी डिजीज (ESKD) कहा जाता है
✅ इस स्थिति में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है
डायबिटीज के कारण किडनी फेलियर से कैसे बचें?
✔ ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखें
✔ हेल्दी डाइट अपनाएं – प्रोसेस्ड फूड से बचें
✔ पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
✔ नियमित एक्सरसाइज करें
✔ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखें
✔ धूम्रपान और शराब से बचें
✔ नियमित हेल्थ चेकअप कराएं
निष्कर्ष:
डायबिटीज के मरीजों को किडनी हेल्थ का खास ध्यान रखना चाहिए। ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके किडनी फेलियर के खतरे को कम किया जा सकता है। सही डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर डायबिटीज के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है!
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