वेट लॉस करना चाहते हैं तो नाश्ते में उपमा है एक अच्छा ऑप्शन,जानें क्यों

उपमा एक प्रसिद्ध दक्षिण भारतीय नाश्ता है, जिसे सूजी, चावल या सेमै से तैयार किया जाता है. यह खासकर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल में बहुत लोकप्रिय है. अब उत्तर भारत में भी पसंद किए जाने लगा गया है. आज-कल लोग बढ़ती वजन से सभी लोग परेशान हो. जो लोग अपना वेट कम कर रहे हैं सुबह के नाश्ते के लिए उपमा एक अच्छा ऑप्शन है. सूजी में विटामिन B, आयरन, फोलेट, मैग्नीजियम और फास्फोरस होता है, जो ऊर्जा प्रदान करते हैं और तंतु पेशियों के सही संचालन में मदद करते हैं. उपमा में डाइजेस्टिव फाइबर भी होता है जो पाचन में मदद करता है और कब्ज से राहत प्रदान करता है.इसके साथ ही इसमें में प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट का संतुलित मिश्रण होता है, जो सेहत के लिए महत्वपूर्ण होता है.

उपमा तैयार करने के लिए सूजी को अच्छे से भूनकर, उसमें चना दाल, उड़द दाल, कढ़ी पत्ता, अदरक, हरी मिर्च और मूंगफली डालकर तड़का लगाया जाता है. इसमें नमक स्वादानुसार डालकर उचित मात्रा में पानी मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है. वेट लॉस के लिए उपमा कैसे सहायक हैं जानें…

कम कैलोरी
सूजी में रिसाव से मुक्त कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो तेजी से पच जाते हैं और जल्दी ही ऊर्जा में परिवर्तित हो जाते हैं. इसका मतलब है कि यह शरीर में जमा नहीं होता. सूजी एक कम कैलोरी वाला अनाज है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है. इसमें से मिलने वाली डाइजेस्टिव फाइबर शरीर को ज्यादा समय तक संतुष्ट रखती है, जिससे अनावश्यक खान-पान से बचा जा सकता है.

भूख को शांत करने में मदद
नाश्ते क लिए सूजी एक अच्छा ऑप्शन है . क्योंकि सूजी में डाइजेस्टिव फाइबर होती है जो पाचन प्रक्रिया को सुधारती है और आपको ज्यादा समय तक भूख का अहसास नहीं कराती है. जब आप सूजी का सेवन करते हैं, तो यह आपके पेट में फैल जाती है और जल्दी- जल्दी आपको भूख नहीं लगती है. यही कारण है कि सूजी के आधारित व्यंजन, जैसे उपमा या इडली, आम तौर पर सुबह के नाश्ते में प्रयोग होते हैं, क्योंकि वे आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं .

उपमा में वेजिटेबल मिक्स करें
उपमा को विभिन्न तरीकों से बनाया जा सकता है, जैसे की उपमा में और वेजिटेबल मिलकार आ इसकी पौष्टिकता और बढ़ा सकती है. आप शिमला मिर्च, गाजर, मटर आदि डाल सकते हैं.

वहीं ,जो लोग वजन घटाना चाहते हैं, उन्हें उपमा की मात्रा पर निगरानी रखनी चाहिए और ज्यादा तेल या घी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इसके अलावा, उपमा के साथ परोसी जाने वाले अन्य विकल्पों, जैसे की चटनी या सांभर, की भी मात्रा पर ध्यान देना चाहिए.

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