अस्थमा पेशेंट्स अगर ऐसे रखें अपना ध्यान, तो बढ़े हुए पलूशन से नहीं होगी समस्या

गला बहुत अधिक सेंसेटिव है या अस्थमा की समस्या है तो आपको दिवाली बाद कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको सांस लेने में समस्या ना हो और खांसी बार-बार परेशान ना करें, इस बारे में यहां बताया जा रहा है. वैसे भी सर्दी के मौसम की शुरुआत के साथ ही सांस संबंधी समस्या बढ़ने लगती है और खांसी, कफ, कोल्ड जल्दी-जल्दी परेशान करने लगता है.

घर की हवा को कैसे साफ रखें

अस्थमा पेशेंट्स और सेंसेटिव गले वाले लोगों के लिए जरूरी है कि वे घर से बाहर कम ही निकलें और सुबह-शाम तो बिल्कुल ना निकलें. क्योंकि इन दोनों समय पर पलूशन, धुआं और धुंध की समस्या अधिक होती है.
घर में अधिक रहने के दौरान भी इस बात का ध्यान रखें कि घर की हवा साफ और शुद्ध बनी रहे. घर की हवा को क्लीन रखने के लिए इन टिप्स को अपनाएं…
घर में पूजा करते समय धूपबत्ती या अगरबत्ती ना जलाएं. सिर्फ दीया जलाएं और खfशबू के लिए लैवेंडर ऑइल या लैमन ग्रास ऑइल को डिफ्यूजर पर उपयोग करें.
लैवेंडर तेल और लैमन ग्रास ऑइल दोनों ही घर की हवा को साफ रखने के साथ ही लंग्स को क्लीन रखने में भी मदद करते हैं. क्योंकि ये ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखने में काफी इफेक्टिव होते हैं.
आप जिन दवाओं का सेवन कर रहे हैं, उन्हें समय पर लें. त्योहार के समय में भी दवाओं के साथ कोई भी कोताही नहीं बरतनी चाहिए. क्योंकि दिवाली के दौरान खान-पान में ना चाहते हुए भी लापरवाही हो ही जाती है.
घर के अंदर ऐलोवेरा, स्नेक प्लांट, बॉस्टन फर्न, मनी प्लांट और तुलसी जैसे पौधे रखें. इन्हें खिड़की के आस-पास रखें और हर प्लांट के दो गमले रखें ताकि इन्हें आसानी से बदलते रहें. यानी हर दो दिन बाद अंदर वाले प्लांट को धूप में और धूप में रखे हुए प्लांट को घर के अंदर रख सकें.
अस्थमा और सेंसेटिव गले वाले लोगों को क्या खाना चाहिए?

आपको दाल-सब्जी में लौंग, अदरक, लहसुन, कड़ी पत्ता, दालचीनी का उपयोग जरूर करना चाहिए.
भोजन के बाद सौंफ और मिश्री जरूर खानी चाहिए.
दिन में दो बार अदरक की चाय पिएं. बिना दूध की चाय यानी ब्लैक-टी पीना सही रहेगा.

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