बुडापेस्ट (एजेंसी/वार्ता): हंगरी सरकार ने कहा कि देश में ईंधन के बढ़ती कीमतों पर काबू रखा जाएगा। एक स्थानीय मीडिया द्वारा जारी रिपोर्टों में यह जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रमुख गेरगेली गुलियास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ घरेलू ईंधन आपूर्ति संकट के लिए रूसी तेल पर यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रतिबंध जिम्मेदार हैं। हंगरी की अग्रणी तेल और गैस कंपनी (एमओएल) आयातित गैसोलीन के बिना नहीं कर सकती है।
इसलिए, एमओएल के सुझाव पर, गैसोलीन मूल्य सीमा समाप्त कर देगी।” एमओएल के प्रबंध निदेशक ग्योर्गी बक्सा ने कहा कि देश की ईंधन आपूर्ति स्थिति को बहुत गंभीर है। यहां कर्मचारियों को सोमवार को ईंधन भरने में बहुत मुश्किल हुई और मंगलवार को यह स्थिति और भी अधिक तनावपूर्ण हो गई।
निदेशक बाक्सा ने कहा, यहां ईधन की कीमतों में तेजी आ गयी है और उपभोक्ता स्टॉक कर रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि कंपनी के एक चौथाई फिलिंग स्टेशन पूरी तरह से खाली हैं। हंगरी में 15 नवंबर 2021 को ईंधन की कीमतों में उछाल आया था।
– एजेंसी/वार्ता
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