गर्मियों में गुलकंद खूब मिलता है. गुलकंद खाने से शरीर को बहुत फायदे भी होते हैं. गुलाब के फूलों की पत्तियों से गुलकंद बनाया जाता है. कुछ लोग इसे गुलाब का जैम भी कहते हैं. गुलकंद खाने से शरीर ठंडा रहता है इससे दिमाग तेज होता है. गुलकंद खाने से पेट की गर्मी और कब्ज की समस्या नहीं होती है. पहले महिलाएं घरों में ही गुलकंद बना लेती थी.
गुलाब की पत्तियां- 250 ग्राम
मिश्री या चीनी पिसी हुई- 500 ग्राम
पिसी हुई हरी इलायची- 1 छोटी चम्मच
पिसी सौंफ- 1 छोटी चम्मच
गुलकंद बनाने की रेसिपी
गुलकंद बनाने के लिए कांच का बर्तन लें और उसमें एक परत गुलाब की पंखुड़ियों की डालें.
अब गुलाब की पत्तियों के ऊपर थोड़ी सी मिश्री डालें.
इसके ऊपर एक परत फिर से गुलाब की पंखुड़ियों की फिर रखें और फिर थोड़ी मिश्री डालें.
अब इलायची पाउडर और सौंफ डाल दें.
आपको बची हुई गुलाब की पंखुड़ियों और मिश्री को कांच के बर्तन में डालना है.
अब जार का ढक्कन बंद करके इसे करीब 0 दिन के लिए धूप में रख दें.
इससे जार में पड़ी मिश्री पानी छोड़ने लगेगी और उसी में गुलाब की पत्तियां गलने लगेंगी.
बीच-बीच में इसे चलाते रहें और जब लगे कि सभी चीजें गल गई हैं को इसे किसी दूसरे बर्तन में निकालकर रख लें.
आप गुलकंद को महीने भर तक आसानी से खा सकते हैं.
गुलकंद खाने से गर्मियों में पेट ठंडा रहता है और पाचन से जुड़ी परेशानी नहीं होती है.
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