भोपाल (एजेंसी/वार्ता): मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल और इंदौर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली के सफलतम एक वर्ष पूर्ण होने पर पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएँ दी। डॉ. मिश्रा पुलिस कमिश्नर कार्यालय भोपाल में कमिश्नर प्रणाली के एक वर्ष की कार्य अवधि की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस बहुत ही कर्त्तव्यनिष्ठ और परिश्रमी है। कोरोना काल में पुलिस ने उत्कृष्ट कार्य कर दिखाया है।
उन्होंने महिला एवं पुरूष कर्मचारियों को पुष्प-गुच्छ भेंट कर बधाई और शुभकामनाएँ भी दी और सभी का मुँह मीठा कराया। पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, पुलिस कमिश्नर भोपाल मकरंद देऊस्कर, एडीजी अशोक अवस्थी सहित आला पुलिस अधिकारी मौजूद थे। गृह मंत्री ने पुलिस द्वारा एक वर्ष में किये गये कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस द्वारा सदैव विपरीत परिस्थितियों में बेहतर कार्य कर अच्छे परिणाम भी दिये हैं।
कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद भोपाल में 20 प्रतिशत और इंदौर में 25 प्रतिशत अपराध दर में कमी आई है। चोरी, लूट सामग्री की बरामदगी की समय-सीमा 70 दिन से घट कर मात्र 12 दिन रह गई है। कमिश्नर प्रणाली से अपराधी तत्वों में खौफ उत्पन्न हुआ है। साथ ही बाउण्ड ओवर की कार्यवाही भी सख्ती से की गई है। निर्धारित समय-सीमा के पहले यदि कोई अपराधी बाउण्ड का उल्लंघन करता है, तो उसे शेष अवधि के लिये जेल भेज दिया जाता है। प्रदेश में आशा अभियान, किशोरी बालिका सुरक्षा एवं संरक्षण कार्यक्रम, ऊर्जा महिला सुरक्षा डेस्क और मुस्कान अभियान का भी बेहतर संचालन किया जा रहा है।
डॉ. मिश्रा ने पुलिस कमिश्नर भोपाल श्री देऊस्कर द्वारा जनता के फीडबेक के आधार पर थानों की रैंकिंग की पहल को सराहा। देऊस्कर ने बताया कि ‘कैसी है आपकी पुलिस’ नवाचार करते हुए पुलिस थानों में रजिस्टर रखवाया गया, जिसमें आगंतुकों द्वारा अपने मोबाइल नम्बर दर्ज किये गये। इन नम्बरों पर कॉल कर पुलिस कमिश्नर कार्यालय द्वारा जनता से फीडबेक लिया गया। जनता से प्राप्त फीडबेक पर थानों की रैंकिंग की गई।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि हमारी पुलिस बहुत ही अच्छी और परिश्रमी होने के साथ कर्त्तव्यनिष्ठ भी है। आवश्यकता इस बात की है कि अच्छे कार्यों का सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाये। पुलिस की मदद से घायल को पहुँचाया अस्पताल डॉ. मिश्रा ने लिंक रोड नम्बर-1 पर अपना काफिला रूकवा कर दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाया। डीसीपी ट्रेफिक श्री हंसराज ने बताया कि पुलिस कमिश्नर कार्यालय आते समय डॉ. मिश्रा रास्ते में हुई दुर्घटना को देख कर रूक गये। एम्बुलेंस में मरीज को शिफ्ट कराने के बाद वे पुलिस कमिश्नर कार्यालय के लिये रवाना हुए।
उन्होंने दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुँचाने में पुलिस की तत्परता को सराहा। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवानों ने त्वरित कार्यवाही कर न केवल एम्बुलेंस को बुलाया, बल्कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को शीघ्रता से अस्पताल भिजवा कर सराहनीय कार्य किया।
-एजेंसी/वार्ता
यह भी पढ़े; मध्यप्रदेश: नए मतदाता बनने के लिए 17 लाख से अधिक लोगों ने किया आवेदन