दुनिया भर में फलों के ऐसी-ऐसी किस्में पाई जाती हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई जानता होगा. सेब, अमरूद, केल, अनार आदि के बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं, लेकिन क्या आपने कभी हनुमान फल के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना तो आज हम आपको इस फल के गुणों के बारे में बताएंगे, ताकि आप इसे अपने रूटीन में शामिल कर सकें. हनुमान फल को लक्ष्मण फल भी कहा जाता है. इस फल को अंग्रेजी में सॉरसॉप या ग्रेविओला कहते हैं, जो एक उष्णकटिबंधीय सदाबहार पेड़ का फल है. हनुमान फल ज्यादातर मेक्सिको और साउथ अमेरिका जैसे देशों में पाया जाता है.
हनुमान फल का टेस्ट अनानास और स्ट्रॉबेरी जैसा लगता है. इसे खाने के बाद ऐसा महसूस होता है कि हम स्ट्रॉबेरी और अनानास इन दोनों ही फलों को एक साथ खा रहे हैं. टेस्टी होने के साथ-साथ हनुमान फल में स्वास्थ्य को फायदे पहुंचाने वाले कई गुण शामिल हैं.
एक रिसर्च के मुताबिक, हनुमान फल के पौधे में 212 फाइटोकेमिकल्स होते हैं. इनमें मेगास्टिगमैन्स, अल्कलॉइड्स, फेनोलिक्स, फ्लेवोनोल ट्राइग्लिसराइड्स, साइक्लोपेप्टाइड्स और जरूरी ऑयल शामिल हैं. 100 ग्राम हनुमान फल में 81.16 ग्राम पानी होता है, जबकि 276 KJ एनर्जी होती है. इसमें 3.3 ग्राम डाइटरी फाइबर, एक ग्राम प्रोटीन, 0.6 मिलीग्राम आयरन, 14 मिलीग्राम कैल्शियम, 278 मिलीग्राम पोटैशियम, 21 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 0.1 मिलीग्राम जिंक, 27 मिलीग्राम फॉस्फोरस, 14 एमसीजी फोलेट और 20.6 मिलीग्राम विटामिन सी होता है. इसके अलावा, ये फल एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-आर्थ्रिटिक, एंटीकैंसर, एंटीकॉन्वल्सेंट, एंटीमाइक्रोबियल, हेपेटोप्रोटेक्टिव और एंटीडायबिटिक मैकेनिज्म के लिए फायदेमंद है.
कई लोग इस फल को नेचुरल कीमोथैरेपी मानते हैं. ऐसा माना जाता है कि हनुमान फल और इसकी पत्तियों के सेवन से लगभग 12 टाइप के कैंसर सेल्स को मात दी जा सकती है. इसमें क्विनोलोन, एसिटोजिनिन और अल्कलॉइड जैसे एंटीऑक्सिडेंट मौजूद होते हैं, जो कैंसर को रोकने और ट्यूमर के साइज को घटाने में मदद करते हैं. माना यह भी जाता है कि ये फल ब्रेस्ट कैंसर, फेफड़ों के कैंसर और पेनक्रिएटिक कैंसर से भी बचा सकता है.
UTI या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन आज महिलाओं की सबसे कॉमन हेल्थ प्रॉब्लम्स में से एक है. हनुमान फल खाने से इस परेशानी से लड़ने में काफी हेल्प मिल सकती है. ये फल विटामिन C से भरपूर होता है. यही वजह है कि ये यूरिन में एसिडिक लेवल को बनाए रखने में मदद करता है.
विटामिन C से भरपूर हनुमान फल डाइजेशन सिस्टम के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इसका रोजाना सेवन करने से डाइजेशन से जुड़ी सभी परेशानियां दूर होती हैं. अगर आप पाचन से जुड़ी दिक्कतों से परेशान हैं तो इस फल को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.
कई महिलाएं वॉटर रिटेंशन की वजह से पीरियड्स के दौरान काफी फूला हुआ महसूस करती हैं. हालांकि हनुमान फल खाने से उनकी ये समस्या दूर हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि हनुमान फल में पोटेशियम की मात्रा अच्छी होती है, जो वाटर रिटेंशन को रोकने में मदद करती है.
हनुमान फल का सेवन करने के लिए इसे बीच से काट लें और खोल लें. इसके बाद इसका गूदा निकालें और कच्चा ही खा लें. इस फल को खाने से आपको कई स्वास्थ्य लाभ देखने को मिल सकते हैं.
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