यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री माननीय अब्दुल्ला बिन तौक-अल-मरी ने हरियाणा के पलवल में हिंद टर्मिनल लॉजिस्टिक्स पार्क का दौरा किया। वह भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित पार्टनरशिप समिट 2023 में भाग लेने के लिए भारत में थे। लॉजिस्टिक्स पार्क में यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री का शराफ ग्रुप के वाइस चेयरमैन सलाह शराफ अल हाशमी ने स्वागत किया। हिंद टर्मिनल्स भारत में शराफ ग्रुप की सहायक कंपनी है। इसका मुख्यालय यूएई में है। यह एंड टू एंड लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदान करता है।
मंत्री ने 5 मिलियन वर्ग फुट में फैले लॉजिस्टिक्स पार्क दौरा किया, जिसे भारत के सबसे बड़े लॉजिस्टिक पार्क में से एक के रूप में जाना जाता है। इसमें 65,000 वर्ग मीटर कंटेनर यार्ड, 9,000 वर्ग मीटर वेयरहाउस , चिलर्स के लिए 9,360 वर्ग मीटर, आयरन स्टोर के लिए 65,000 वर्ग मीटर और सामान्य वेयर हाउस के लिए 6,500 वर्ग मीटर की जगह है। इसके साथ ही यहां ट्रेन स्टेशनों और 28 कार ट्रेलरों की भी जगह है।
माननीय अल-मरी ने भारत में हिंद टर्मिनलों के मौजूदा संचालन की समीक्षा की। समूह के वरिष्ठ प्रबंधकों ने उन्हें भारतीय बाजार के लिए भविष्य की विस्तार योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने इस दौरान कहा, ”विदेशी बाजारों में यूएई का निवेश लगातार बढ़ रहा है। इससे नौकरी के अवसर बढ़ रहे हैं और व्यापार व आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है। इस प्रकार यह खुलेपन, विविधता के आधार पर एक नई अर्थव्यवस्था बनाने के लिए यूएई के दृष्टिकोण का समर्थन करता है।”
वहीं, शराफ ग्रुप के वाइस चेयरमैन सलाह शराफ ने कहा, “पलवल लॉजिस्टिक्स पार्क यूएई की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से एक है। यह व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) को देखते हुए यूएई-भारत संबंधों को आगे बढ़ाने में सकारात्मक योगदान दे रहा है। फरवरी 2022 में दोनों देशों के बीच सीईपीए को लेकर हस्ताक्षर किए गए थे।”
हिंद टर्मिनल्स और शराफ ग्रुप के बारे में जानकारी
हिंद टर्मिनल्स प्राइवेट लिमिटेड शराफ ग्रुप की सहायक कंपनी है। इसका मुख्यालय संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में है। यह भारतीय लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर स्पेस के मामले में अग्रणी कंपनी है और इसने हरियाणा, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित कई भारतीय राज्यों में निवेश किया है। शराफ ग्रुप शिपिंग, लॉजिस्टिक्स, आपूर्ति और आपूर्ति सेवाओं, खुदरा, यात्रा और पर्यटन, वित्तीय सेवाओं, आतिथ्य और रियल एस्टेट, शिक्षा और विनिर्माण क्षेत्रों में अपने निवेश के लिए जाना जाता है। समूह वर्तमान में मध्य पूर्व, अफ्रीका, भारतीय उपमहाद्वीप और एशिया में 60 देशों में काम कर रहा है।