कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे के अल्टीमेटम से डरना नहीं चाहिए, गलत रास्ता नहीं अपनाना चाहिए, और अन्य पिछड़ा वर्ग के सदस्यों के साथ अन्याय भी नहीं करना चाहिए।
जरांगे ने दो नवंबर को अनिश्चितकालीन अनशन वापस ले लिया था और मराठा आरक्षण लागू करने के लिए 24 दिसंबर की समय सीमा तय की थी।
नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए, विधानसभा में विपक्ष के नेता ने जरांगे की समय सीमा के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘सरकार को धमकियों में आकर गलत रास्ता नहीं अपनाना चाहिए और दूसरों के साथ अन्याय नहीं करना चाहिए। हमने कभी भी मराठों के लिए आरक्षण का विरोध नहीं किया है, लेकिन इसे ओबीसी के हिस्से से नहीं दिया जाना चाहिये।’’
शिवसेना (यूबीटी) नेता सुषमा अंधारे द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए कथित वीडियो के बारे में पूछे जाने पर वडेट्टीवार ने कहा कि लोगों का राज्य के गृह विभाग पर से विश्वास उठ रहा है। इस कथित वीडियो में पुणे की जेल रोड पर अंदर कुछ लोगों को एक पुलिस वाहन के बैठे कैदियों को पैकेट देते हुए दिखाया गया है।
वडेट्टीवार ने कहा कि कैदियों को जेलों से अदालतों तक ले जाते समय और वापस लाते समय वाहनों को रास्ते में नहीं रुकना चाहिए, लेकिन वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस अपने अधिकार का दुरुपयोग कर रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ कुछ पुलिसकर्मियों को निलंबित करने से काम नहीं चलेगा और राज्य सरकार तथा गृह विभाग को यह सोचना चाहिए कि अपनी खराब छवि को कैसे ठीक किया जाये।
– एजेंसी