पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद उनकी पार्टी को शामिल किए बिना सरकार का गठन संभव नहीं होगा। मंगलवार को पार्टी मुख्यालय श्रीनगर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) सिर्फ सत्ता और मंत्री पद पाने के लिए गठबंधन करती है। वे 1947 से ऐसा कर रहे हैं। उनका इसके अलावा कोई लक्ष्य नहीं है।
महबूबा ने कहा कि पीडीपी एक एजेंडे के लिए चुनाव लड़ना चाहती है। हमने 2002 में केवल 16 विधायकों के साथ सरकार बनाई थी। उन्होंने कहा कि पीडीपी का ध्यान अपने एजेंडे को लागू करने पर ज्यादा है और सरकार बनाने पर कम। पीडीपी ने 2015 में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी, लेकिन इस बार चुनाव के बाद भगवा पार्टी के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया। महबूबा मुफ्ती ने कहा, पार्टी ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए भाजपा से हाथ मिलाया था। आज इसकी कोई गुंजाइश नहीं दिखती, क्योंकि भाजपा ने उस दिशा में सभी प्रयासों पर पानी फेर दिया है।
पूर्व नेकां नेता देवेंद्र सिंह राणा की टिप्पणी के बारे में कि नेकां 2014 में भाजपा के साथ सरकार बनाना चाहती थी। इस पर पीडीपी प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी ने जो कुछ भी किया है वह नेकां के विपरीत खुले तौर पर किया है, जो गुप्त रूप से काम करती है। जब हम राममाधव के माध्यम से भाजपा से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार से बातचीत कर रहे थे तो हर कोई जानता था कि यह खुले में किया गया था। हम एक एजेंडा लेकर आए और इसे लागू किया। हमने इसे उमर अब्दुल्ला की तरह गुप्त रूप से नहीं किया। पीडीपी का भाजपा के साथ कोई संपर्क नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की बुधवार को जम्मू-कश्मीर यात्रा के बारे में मुफ्ती ने कहा कि उनका स्वागत है। वह अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने के लिए कश्मीर आना चाहते हैं, उन्हें इसका पूरा अधिकार है।