भारत में गुणवत्ता के लिये सबसे ज्यादा सजग सोलर ब्राण्ड, Goldi Solar ने स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम के लिये L&T पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ गठबंधन की घोषणा की है। दोनों संस्थाओं ने 1 फरवरी को समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये हैं, ताकि केवल सोलर पीवी के उत्पादन के लिये तेज गति वाले एक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम का पाठ्यक्रम बनाया जा सके। यह प्रशिक्षित और प्रमाणित कार्यबल में उद्योग की कमी को दूर करने के लिये अपनी तरह की पहली पहल होगी। दोनों संस्थाओं का मानना है कि मिलकर काम करने से स्थानीय समुदाय का कौशल और रोजगार-योग्यता बढ़ेगी और उसे फायदा होगा।
इस मौके पर Goldi Solar के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक कैप्टन ईश्वर ढोलकिया ने कहा, “साथ मिलकर यह संस्थाएं सोलर उत्पादन में कुशल कार्यबल और नौकरी करने की योग्यता को बड़े पैमाने पर बढ़ा सकेंगी। उद्योग मेक इन इंडिया के विचार को साकार करने के लिये एक मिशन के साथ बेहतरीन गति से बढ़ रहा है। इसके परिणाम में एक कुशल और उद्योग के लिये तैयार कार्यबल को पोषित किया जाएगा और देश को रिन्यूएबल एनर्जी के साथ ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने के इसके लक्ष्य के करीब लाया जाएगा।”
ट्रेनिंग प्रोग्राम की घोषणा करते हुए श्री के रामाकृष्णन, ट्रस्टी, L&T पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट ने कहा, “यह सहयोग हमें युवा पीढ़ी को कुशल बनाने और उन्हें सोलर सेक्टर में आगामी अवसरों के लिए तैयार करने में सक्षम बनाएगा। इस प्रोग्राम की मदद से स्टूडेंट्स को सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक औद्योगिक प्रशिक्षण एवं अनुभव दिया जाएगा और वे आसानी से वोकेशनल से प्रोफेशनल कार्य संस्कृति में आ सकते हैं। हमने अत्याधुनिक फैसिलिटी डिजाइन की है और उद्योग के अनुकूल पाठ्यक्रम विकसित किया है। समर्पित फैकल्टी टीम व्यापक प्रोग्राम पढ़ाएगी और इसके बाद गोल्डी सोलर में ऑन-द-फ्लोर ट्रेनिंग भी होगी।
इस पहल के बारे में Goldi Solar के सह-संस्थापक एवं निदेशक श्री भरत भुत ने कहा, “कुशल कर्मचारियों को ढूंढना कठिन है और यह आर्थिक वृद्धि में एक बड़ी बाधा है। हमारा इरादा है कि इस अनूठे पाठ्यक्रम को अनिल नाइक टेक्निकल ट्रेनिंग सेंटर (एएनटीटीसी) में विकसित कर इसकी आपूर्ति की जाएगी, जबकि प्रायौगिक पहलुओं पर गोल्डी सोलर नवसारी में काम होगा। इससे सोलर सेक्टर में काम कर रहीं कंपनियों को पहले दिन से ही कुशल और प्रशिक्षित कार्यबल तैयार मिलेगा।”
Goldi Solar की योजना जमीनी स्तर पर रोजगार निर्मित करने की है। यह कौशल विकास कार्यक्रम वित्त-वर्ष 2025 तक विभिन्न कामों के लिये 5000 से ज्यादा लोगों को भर्ती करने के कंपनी के सपने का सहयोगी होगा।