सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी गूगल ने कहा है कि उसका एआई चैटबॉट वर्तमान घटनाओं और राजनीतिक विषयों से संबंधित कुछ संकेतों का जवाब देने में ‘हमेशा भरोसेमंद नहीं हो सकता है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक सवाल के जवाब में एआई टूल ‘जेमिनी’ की आपत्तिजनक प्रतिक्रिया और पूर्वाग्रह को लेकर गूगल को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। गूगल ने शनिवार को कहा कि उसने इस मुद्दे का समाधान करने के लिए तेजी से काम किया है।
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि प्रधानमंत्री से जुड़े एक सवाल पर गूगल के एआई टूल जेमिनी की प्रतिक्रिया आईटी नियमों के साथ ही आपराधिक संहिता के कई प्रावधानों का सीधा उल्लंघन है।
एक पत्रकार के सत्यापित खाते से लिखा गया था कि मोदी पर एक सवाल के जवाब में गूगल जेमिनी की प्रतिक्रिया पक्षपात से भरी है। इस पर संज्ञान लेते हुए आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने यह बात कही। जेमिनी से जब इसी तरह का सवाल ट्रंप या जेलेंस्की के बारे में पूछा गया, तो उसने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
गूगल के प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में कहा, ”हमने इस मुद्दे को हल करने के लिए तेजी से काम किया है।” गूगल ने आगे कहा कि जेमिनी को रचनात्मकता और उत्पादकता उपकरण के रूप में बनाया गया है और ये ”हमेशा भरोसेमंद नहीं हो सकता है, खासकर जब वर्तमान घटनाओं, राजनीतिक विषयों या समसामयिक खबरों के बारे में कुछ संकेतों का जवाब देने की बात आती है।”
प्रवक्ता ने कहा, ”इस बारे में हम लगातार सुधार करने पर काम कर रहे हैं।”
इससे पहले, मंत्री ने मामले में आगे की कार्रवाई का संकेत देते हुए पोस्ट को गूगल और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय को टैग किया था।
चन्द्रशेखर ने सोशल मीडिया मंच पर एक पत्रकार का स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें जेमिनी से मोदी को लेकर एक सवाल पूछा गया था। जवाब में, जेमिनी ने उनके बारे में अशोभनीय टिप्पणियां कीं, लेकिन जब वही सवाल ट्रंप और जेलेंस्की के बारे में किया गया, तो वह सतर्क हो गया।
-एजेंसी