अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जो कंपनियां अडानी ग्रुप से बड़ी हैं, वे 25 फीसदी भी काम नहीं कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि भले ही वह इंडस्ट्री के आधार पर बड़े हो सकते हैं, लेकिन बुनियादी ढांचे के मामले में अडानी ग्रुप उनसे कहीं आगे है। न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए गौतम अडानी ने कहा कि जब तक राजनीति नहीं हो रही है, वह किसी भी सरकार के साथ काम करने में कोई परेशानी नहीं महसूस करते।
अडानी ग्रुप देश के 25 राज्यों में काम कर रहा है
अडानी ग्रुप पर उठने वाले आरोपों के बारे में गौतम अडानी ने कहा कि उनका समूह देश के 25 राज्यों में काम कर रहा है और सिर्फ बीजेपी या कांग्रेस के शासन वाले राज्यों में ही नहीं, बल्कि केरल जैसे कांग्रेस शासित राज्यों में भी काम कर रहा है। उनका कहना था कि लोग अक्सर कहते हैं कि अडानी ग्रुप सिर्फ बीजेपी शासित राज्यों में काम करता है, जबकि वास्तविकता इससे अलग है।
हर सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार
गौतम अडानी ने कहा कि अडानी ग्रुप का विंझिगम पोर्ट 20,000 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है, जिसे कांग्रेस सरकार के समय में मंजूरी मिली थी। उनका मानना है कि अडानी ग्रुप हर सरकार के साथ काम करने के लिए तैयार है, बशर्ते वहां राजनीति से दूर रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी पार्टी या सरकार के साथ उन्हें कोई समस्या नहीं है, जब तक कि राजनीति का खेल न हो।
इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सरकार की मदद की अहमियत
गौतम अडानी ने स्पष्ट किया कि इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को बिना सरकार के समर्थन के सफलतापूर्वक चलाना संभव नहीं है। उनके अनुसार, भले ही किसी के पास पर्याप्त पैसा हो, वह बिना सरकार की मदद के कोई बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट शुरू नहीं कर सकते। यही वजह है कि यह सेक्टर सबसे मुश्किल और चुनौतीपूर्ण माना जाता है। अडानी ने कहा कि इस बिजनेस में सफलता पाने के लिए कम से कम पांच साल तक मेहनत करनी पड़ती है।
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