छींक आना एक नेचुरल बॉडी रिफ्लेक्स है, लेकिन जब यह लगातार हो तो परेशान कर सकती है। एलर्जिक राइनाइटिस, साइनस, नाक में ड्रायनेस या तेज गंध इसके सामान्य कारण हैं। खासकर सुबह-सुबह या मौसम बदलते ही संवेदनशील लोगों को अधिक छींक आती हैं।
छींक आने के प्रमुख कारण
एलर्जिक राइनाइटिस: नाक की झिल्ली सूजने से बार-बार छींक आना।
साइनस इन्फेक्शन: साइनस में जमा म्यूकस कण छींक का कारण।
नाक में ड्रायनेस: सूखी नाक भी छींक ट्रिगर कर सकती है।
तेज गंध या धूल-मिट्टी: परफ्यूम, खुशबू, धूल आदि।
7 दिनों में राहत—मुलेठी+देसि घी का नुस्खा
आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार, रोजाना सुबह-शाम नाक के भीतर निम्न उपचार करें:
लेप बनाएँ:
1 भाग मुलेठी पाउडर + 1 भाग घी मिलाकर गाढ़ा लेप तैयार करें.
लागू करें:
2-2 बूंदें (चम्मच की टिप) इस लेप की दोनों नासिका में डालें.
हल्के हाथ से भीतर मसाज करें.
समय:
लगातार 7 दिन तक इस उपचार को अपनाएँ.
परिणाम: नाक की सूजन कम होगी, श्लेष्मा पतला होगा और छींकों में कमी आएगी।
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