गलत खानपान या लाइफस्टाइल से जुड़ी कुछ गलत आदतों की वजह से कब्ज की समस्या हो जाती है. लेकिन अगर बहुत दिनों से आपकी कब्ज की समस्या ठीक नहीं हो रही है तो इसे अनदेखा ना करें.लंबे समय तक रहने वाली कब्ज को ही पुरानी कब्ज या क्रोनिक कब्ज कहा जाता है. आइये जानते है विस्तार से :-
कब्ज के मुख्य कारण क्या है :-
कब्ज होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें अधिकांश कारण आपके खानपान से ही जुड़े हुए हैं. आइए कब्ज के कुछ प्रमुख कारणों के बारे में जानते हैं: –
कम पानी पिने से : –
कम पानी पीने से मल की गति में रुकावट होती है और इससे पेट में पड़ा मल ठोस या कड़ा होने लगता है. अगर आप दिन भर में सिर्फ 2-3 गिलास ही पानी पी रहे हैं तो कब्ज होना लगभग तय है. इसलिए कोशिश करें कि दिन भर में कम से कम 7-8 गिलास पानी जरूर पिएं.
फाइबर से युक्त आहार का कम उपयोग :-
फाइबर युक्त आहार न पाने से पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर पाता है जिससे मल को बाहर निकालने में कठिनाई होने लगती है. इसलिए अपनी डाइट में फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां शामिल करें.
सुस्त लाइफस्टाइल:-
सुस्त लाइफस्टाइल भी कब्ज होने की एक प्रमुख वजह है. अगर आप ऑफिस या घर में घंटों एक ही जगह बैठकर काम करते हैं या दिन भर में बहुत कम चलते फिरते हैं तो ऐसी लाइफस्टाइल की वजह से कब्ज होने की संभावना काफी बढ़ जाती है.
अनियमित खानपान:
अक्सर शादियों या पार्टियों में जरूरत से ज्यादा कुछ भी खा लेना, ज्यादा शराब पीना और नाश्ते में या स्नैक में मैदे से बनी चीजें और फास्ट फूड खाने की वजह से कब्ज की समस्या होने लगती है. इसलिए अपने खानपान पर सबसे ज्यादा ध्यान दें और हेल्दी चीजें अधिक खाएं.
दवाएं और सप्लीमेंट का सेवन:-
कई बार कुछ दवाओं या सप्लीमेंट के सेवन से भी कब्ज की समस्या हो सकती है. एक्सपर्ट के अनुसार, जरूरत से ज्यादा पेनकिलर खाने या आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की वजह से कब्ज की समस्या हो सकती है.
कब्ज को दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय :-
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक इलाज अपनाकर कब्ज की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
त्रिफला :-
त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो आंवला, हरड़ और बहेड़ा जैसी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बनती है.कब्ज दूर करने के लिए रात को सोते समय एक छोटी चम्मच त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी के साथ लें या एक टैबलेट त्रिफला कैप्सूल लें.
इसबगोल:-
कब्ज से राहत दिलाने में इसबगोल काफी प्रभावी माना जाता है. यह एक प्राकृतिक फाइबर स्रोत है जो आपकी पाचन प्रक्रिया को सुचारु रूप से काम करने में मदद करता है.
एलोवेरा जूस:-
एलोवेरा जूस में फाइबर, एंजाइम्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो पाचन प्रक्रिया को सुधारते हैं. इसके अलावा यह लैक्सेटिव की तरह असर करता है जिससे कब्ज के मरीजों को शौच के दौरान ज्यादा जोर नहीं लगाना पड़ता है.
सुबह गर्म पानी पिएं: –
सुबह उठकर शौच जाने से पहले एक गिलास गर्म पानी पिएं. ऐसा नियमित रूप से करने से पेट अच्छे से साफ होता है और कब्ज की समस्या कम होने लगती है.
पानी की मात्रा बढ़ाएं:-
रोजाना कम से कम 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं. इससे पाचन तंत्र सही रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है.
एक्सरसाइज करें:-
रोजाना कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज या योग जरूर करें. एक्सरसाइज करने से भोजन आसानी से पच जाता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है.