केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसान संगठनों के लिए बातचीत के आमंत्रण दोहराते हुए कहा है कि आम आदमी की परेशानियों को समझा जाना चाहिए।
श्री मुंडा ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि किसान संगठनों को आम आदमी की परेशानियों को समझना चाहिए। आम आदमी की कठिनाई से किसी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। बातचीत से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। किसान संगठन जिस तरीके से बढ़ रहे है, उससे कुछ नहीं होने वाला है।
श्री मुंडा ने कहा, ‘मेरा निवेदन है कि किसान संगठनों को पहल करनी चाहिए और बातचीत से समाधान तलाशना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए तत्पर है और किसानों की समस्यायें उसकी प्राथमिकता में हैं। उन्होंने कहा है कि कृषि और किसानों की समस्याओं का समाधान सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए लगातार प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ बातचीत चल रही है और सरकार हर मुद्दे पर बात करने के लिए तैयार है।
किसान संगठन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी के अलावा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और कृषि मजदूरों के लिए पेंशन, कृषि ऋण माफ करने, पुलिस में दर्ज मामलों को वापस लेने, लखीमपुरी खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 बहाल करने और पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
– एजेंसी