अपने फेफड़ों की सेहत को बढ़ाएं: आयुर्वेदिक टिप्स और तरीके अपनाकर

कहा जाता है कि अगर आपके सांस लेने में किसी भी तरह की समस्या नहीं होती है, यानि चलने में सांस नहीं फूलती है तो समझ लें कि आपके लंग्स मजबूत है और आप कई बीमारियों के हमले झेल सकते हैं। लेकिन इसके बाद भी लोग बेपरवाह हैं। हवा में प्रदूषण के साथ -साथ स्मोकिंग की बुरी आदत, किसी ना किसी तरह की एलर्जी, रेस्पिरेटरी डिजीज़ सब मिलकर सांसों संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए लंग्स का ख्याल रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि शरीर को चलाने के लिए ऑक्सीजन की जरुरत होती है और लंग्स का काम शरीर में ब्लड के जरिए ऑक्सीजन की सप्लाई करना है।आज हम आपको बताएंगे घरेलू नुस्खे जिसे अपनाकर फेफड़ों को स्वस्थ आरकेएच सकते।

कमजोर फेफड़ों को मजबूत करने के लिए आप घरेलू नुस्खे, औषधियां, योगासन, और आयुर्वेदिक काढ़ा आजमा सकते हैं। हां, इससे पहले आपको अपनी स्थिति को समझने के लिए एक चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। निम्नलिखित कुछ सुझाव आपकी फेफड़ों को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं

घरेलू नुस्खे:

अदरक (Ginger): अदरक को कद्दुकस करके एक चमच शहद के साथ मिलाएं और इसे रोजाना खाएं। यह फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

तुलसी (Basil): तुलसी की पत्तियों को पीस करके शहद के साथ मिलाएं और रोजाना खाएं। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लैमेटरी प्रोपर्टीज होती हैं जो फेफड़ों को सहारा प्रदान कर सकती हैं।

औषधियां:

शतावरी (Shatavari): शतावरी फेफड़ों को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकती है। आप शतावरी की चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर ले सकते हैं।

कंसी के पत्ते (Mullein Leaves): कंसी के पत्तों का धूम्रपान करना फेफड़ों के लिए लाभकारी हो सकता है। इसमें वायुमंडल को शुद्ध करने की क्षमता होती है।

योगासन:

भस्त्रिका प्राणायाम (Bhastrika Pranayama): यह प्राणायाम फेफड़ों की क्षमता को बढ़ा सकता है और श्वास को मजबूत कर सकता है।

कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama): यह प्राणायाम फेफड़ों की साफ़ी करने में मदद कर सकता है और ऊर्जा को बढ़ा सकता है।

ध्यान दें कि यह सभी सुझाव आपके लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं और इन्हें अपने चिकित्सक से परामर्श के बाद ही अपनाएं।

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