महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नागपुर में राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र के किसानों एवं मजदूरों के मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा करके न्याय करने का प्रयास किया जा रहा है।
श्री शिंदे ने यह भी कहा कि मराठा आरक्षण प्रदान करने का सरकार का प्रयास कानून के अनुसार होगा और अन्य पिछड़े वर्ग (ओबीसी) सहित किसी भी समूह के साथ कोई अन्याय नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री गुरुवार से शुरू होने जा रहे शीतकालीन विधानसभा सत्र की पृष्ठभूमि में बुधवार रात नागपुर के रामगिरि स्थित सरकारी आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल, राज्य उत्पाद शुल्क मंत्री शंभुराज देसाई, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, खेल और युवा कल्याण मंत्री संजय बनसोडे, मृदा और जल संरक्षण मंत्री संजय राठौड़, राहत और पुनर्वास मंत्री अनिल पाटिल, अन्य, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अतुल सावे, श्रम मंत्री सुरेश खाड़े, कौशल विकास, नवप्रवर्तन मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, विधायक प्रवीण दरेकर, सलाहकार. आशीष जयसवाल समेत अन्य मौजूद रहे।
श्री शिंदे ने कहा, “यह शीतकालीन सत्र विदर्भ में हो रहा है। विदर्भ से हमारा घनिष्ठ संबंध है। विदर्भ के लोगों को भी इस सम्मेलन के माध्यम से न्याय देने में विशेष आनंद की अनुभूति हो रही है। विदर्भ के समग्र विकास के लिए तय की गई परियोजनाओं और योजनाओं को ठोस और समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल के दौरान सरकार आम लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए समाज के हर वर्ग तक पहुंचने के लिए काम कर रही है।”
– एजेंसी