मखाना खाइए, गठिया-दिल और नींद की समस्याओं को दूर भगाइए

मखाना, जिसे फॉक्स नट्स या कमल के बीज भी कहा जाता है, सेहत के लिहाज से एक बेहतरीन सुपरफूड माना जाता है। इसमें कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर को बीमारियों से बचाने और मजबूत बनाने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं मखाने की तासीर, इसके फायदे और सही मात्रा में सेवन करने का तरीका।

🌿 मखाने की तासीर कैसी होती है?
मखाने की तासीर ठंडी मानी जाती है। इसका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करता है और पाचन तंत्र को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, ठंडी तासीर के कारण ठंड के मौसम या कुछ खास स्थितियों में इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना चाहिए।

100 ग्राम मखाने में लगभग 350 कैलोरी होती हैं। इसमें मौजूद प्रमुख पोषक तत्व इस प्रकार हैं:

प्रोटीन: 9.7%

कार्बोहाइड्रेट: 76%

नमी: 12.8%

हेल्दी फैट: 0.1%

सोडियम: 0.5%

फॉस्फोरस: 0.9%

आयरन: 1.4 मि.ग्रा.

इसके अलावा, इसमें कैल्शियम, अम्ल और विटामिन-B की भी भरपूर मात्रा पाई जाती है।

💪 मखाने के प्रमुख स्वास्थ्य लाभ
आयुर्वेद के अनुसार मखाना न केवल शरीर को पोषण देता है, बल्कि यह कई बीमारियों में भी लाभकारी होता है। नियमित सेवन से आपको निम्नलिखित फायदे मिल सकते हैं:

गठिया के दर्द में राहत

शारीरिक कमजोरी को दूर करता है

दिल की सेहत को बेहतर बनाता है

नींद की समस्या (अनिद्रा) में मददगार

दस्त को रोकने में कारगर

तनाव और चिंता कम करने में सहायक

वजन घटाने में मदद करता है

हड्डियों को मजबूत बनाता है

⏰ मखाना खाने का सही समय और मात्रा
मखाने को आप दिन के किसी भी समय खा सकते हैं – सुबह के नाश्ते में, शाम की चाय के साथ या हल्के भोजन में शामिल करके। चूंकि यह फाइबर से भरपूर होता है, इसलिए यह पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और ओवरईटिंग से बचाता है।

सेवन की मात्रा:
एक दिन में 1 से 2 मुट्ठी (लगभग 100 ग्राम) मखाना खाना उपयुक्त माना जाता है।

📌 निष्कर्ष:
मखाना न केवल स्वाद में हल्का और कुरकुरा होता है, बल्कि पोषण से भी भरपूर है। यह एक ऐसा सुपरफूड है जिसे सही मात्रा और समय पर खाकर आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं। बस इसकी तासीर का ध्यान रखें और संतुलित मात्रा में इसका सेवन करें।

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