दांत दर्द से छुटकारा पाने के आसान उपाय

खानपान का खास ख्याल न रख पाने के कारण दांतों पर इसका प्रभाव नज़र आता है। इसकी वजह से दांत दर्द का सामना करना पड़ता हैं। अधिकतर लोग दांतों में होने वाले दर्द को इग्नोर करने लगते हैं, जो दांतों से जुड़ी समस्या को गंभीर बना देता है। इसके चलते ब्लीडिंग, सूजन और कैविटी का सामना करना पड़ता है। इससे उम्र से पहले दांतों के टूटने की समस्या शुरू हो जाती है। तो आइये जानते है इससे छुटकारा पाने के कुछ उपाय।

इन गलतियों से बढ़ सकती है दांतों की समस्या :-

दांत दर्द को अवॉइड करने से बचें:-

दांत में होने वाला हल्का दर्द किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। थोड़े थोड़े दिनों के अंतराल में अगर दर्द आपको बार बार सता रहा है, तो डॉक्टर से अवश्य जांच करवाएं। दरअसल, दांतों में बढ़ने वाला इंफ्ेक्शन और मसूड़ों में सूजन दांत दर्द की समस्या को बढ़ा देते हैं। दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए दांत दर्द को अवॉइड करने से बचें।

रात को सोने से पहले मीठा खाना :-

रात को सोने से पहले मीठा खाना दांतों में कैविटी और दर्द के जोखिम को बढ़ा देता है। दरअसल, बहुत अधिक मीठे, गर्म और ठण्डे पेय पदार्थ दांतों की सेहत को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इसके अलावा सख्त खाद्य पदार्थों को खाने या तोड़ने की कोशिश भी दांतों की ग्रिप को कमज़ोर बना देती है। इससे दांतों में ब्लीडिंग व दर्द होना शुरू हो जाता है। साथ ही दांतों में पीलापन भी बढ़ने लगता है।

हल्की फुल्की समस्या को इग्नोर करना:-

चंद पैसे बचाने के लिए हल्की फुल्की समस्या को इग्नोर करना आगे चलकर डेंटल इंप्लांट और रूट कनाल की आवश्यकता को बढ़ा सकता है। दरअसल, दांत दर्द का समय पर इलाज करवाने से और डॉक्टर के पास नियमित विसिट करने से दांत दर्द से जल्द राहत मिल जाती है। साथ ही दांत दर्द की असल समस्या को खोजने में भी मदद करता है।

घरेलू नुस्खों को अपनाना :-

दांत दर्द को गंभीरता से न लेकर लंबे वक्त तक घरेलू नुस्खों को अपनाने से दांतों की समस्या बढ़ने गलती है। इसके अलावा पुरानी लिखी दवाओं को बिना डॉक्टरी जानकारी के लेना एंटीबायोटिक रेसिसटेंस का कारण बनने लगता है। ऐसे में सेल्फ मेडिकेशन से बचें और डॉक्टरी सलाह अवश्य लें, ताकि समय रहते दांत की समस्या को हल किया जा सके।

– एजेंसी