क्या ब्रेस्ट कैंसर ठीक हो सकता है? क्या इलाज के बाद यह दोबारा हो जाता है? स्तन कैंसर से पीड़ित रोगियों के लिए ये सबसे अधिक परेशान करने वाले सवाल हैं. इसे समझने का पहला कारक स्तन कैंसर के इलाज पर निर्भर करता है. साथ ही यह उस स्टेज पर निर्भर करता है जिस पर कैंसर को डायग्नोस किया जाता है. स्तन कैंसर वापस आने के कई अलग-अलग प्रकार हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर में कैंसर कहां वापस आया है. अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर हुआ है और आप इलाज से गुजरी हैं, तो आपका सबसे बड़ा डर यह हो सकता है कि यह वापस आ सकता है.
स्टेज 1 और 2 में जिसे ‘प्रारंभिक स्टेज’ माना जाता है, यह स्तन क्षेत्र तक ही सीमित रहता है या बगल में लिम्फ नोड्स में फैल सकता है. इन दोनों स्टेज में इलाज की संभावना काफी ज्यादा होती है. स्टेज 3 और 4 में, जिन्हें एडवांस स्टेज के रूप में जाना जाता है, कैंसर आसपास के क्षेत्रों या फेफड़ों और लीवर या हड्डियों जैसे अन्य भागों में फैल सकता है.
ब्रेस्ट कैंसर के लिए इलाज के परिणामों की भविष्यवाणी करना एक चुनौती है. माना जाता है कि अर्ली और एडवांस दोनों स्टेज में भले ही इलाज ने कैंसर को ‘खत्म’ कर दिया हो, लेकिन यह अगले 5 सालों के भीतर वापस आ सकता है. कैंसर मूल कैंसर के रूप में उसी स्थान पर वापस आ सकता है, या यह आपके शरीर के अन्य क्षेत्रों में फैल सकता है.
यह जोखिम इवैल्यूएशन कैंसर के प्रसार, ट्यूमर के आकार और प्रयोगशाला में कैंसर कोशिकाओं के विशलेषण पर निर्भर करता है. जिन कोशिकाओं को प्रयोगशाला में भेजा जाता है उनको कोशिकाओं ‘बायोप्सी’ नामक प्रक्रिया के जरिए से ट्यूमर से लिया जाता है. शुरुआती स्तन कैंसर जो लिम्फ नोड्स में नहीं फैलते हैं, उनके लौटने की संभावना कम होती है, जबकि जो लिम्फ नोड्स में फैल गए हैं, उनमें दोबारा वापस आने का जोखिम कम होता है.
माना जाता है कि आकार में 5 सेमी से अधिक के ट्यूमर के छोटे होने की तुलना में लौटने की संभावना अधिक होती है. वापस आने के जोखिम को निर्धारित करने वाले सबसे जरूरी कारकों में से एक कैंसर कोशिकाओं में कुछ प्रोटीनों की उपस्थिति है.
सर्जरी: ज्यादातर शुरुआती स्तन कैंसर रोगियों के लिए उपचार की पहली सीढ़ी सर्जरी है जिसमें या तो ट्यूमर को हटा दिया जाता है या पूरे स्तन को हटा दिया जाता है, जिसे मास्टेक्टॉमी भी कहा जाता है.
कीमोथेरेपी: ये आमतौर पर कैंसर के वापस आने के हाई जोखिम वाले रोगियों को दी जाती है. कीमोथेरेपी स्तन में सभी बचे हुए कैंसर कोशिकाओं को मार देती है. हालांकि, यह सामान्य कोशिकाओं को भी मारता है और कई दुष्प्रभाव पैदा करता है.
ये एक ऐसी ‘टारगेटेड थेरेपी’ है जो कीमोथेरेपी के बजाय अर्ली स्टेज के हार्मोन-पॉजिटिव कैंसर को दी जा सकती है. इनमें से ज्यादातर उपचार मौखिक रूप से दिए जाते हैं. शोध ने हमें नए मौखिक उपचार दिए हैं, जो हार्मोन थेरेपी के साथ-साथ पुनरावृत्ति के जोखिम को और भी कम करते हैं. कीमोथेरेपी की तुलना में इनके कम दुष्प्रभाव होते हैं.
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