‘मुंह क्यों उतरा हुआ है.’ यह लाइन आपने ऑफिस, घर या किसी पार्टी में कभी न कभी सुनी जरूर होगी. यह सवाल सुनते ही आपका जवाब यही रहता है कि आरे यार नींद पूरी नहीं हुई है. कई बार ये कह के निकल जाते हैं कि ठीक से खाना नहीं खा पाई. थकावट हो रही है. अब सवाल यह है कि आप अगर घर में या वर्क प्लेस पर फ्रेश फिल नहीं कर रहे हैं तो इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं? हमेशा थकावट महसूस होना और काम करने में मन न लगना यह सब पर डॉक्टर का मानना है कि ऐसा तब होता है जब आपकी लाइफस्टाइल पूरी तरह से खराब होती है. आप ठीक से अपना डाइट फॉलो नहीं करते हैं और न ही आप ठीक से अपनी नींद पूरी कर रहे हैं. ऐसी स्थिती में ही शरीर में कई तरह की प्रॉब्लम शुरू होने लगती है.
बॉडी को रखना है हाइड्रेट तो सोने से पहले पिएं पानी
डॉक्टर्स का कहना है कि एक तो आप कोशिश करें कि टाइम से सो जाएं. जब भी आप रात को सोने जाए सबसे पहले अपने फोन, लैपटॉप, टीवी को खुद से दूर रखें, क्योंकि एक बार आपने फोन ओपेन करके स्क्रॉल करना शुरू कर दिया तो फिर आपकी नींद भाग जाएगी. सबसे जरूरी बात लेट नाइट चाय या कॉफी भूल से भी न पिएं. अब सवाल यह है कि क्या करना चाहिए? इस पर डॉक्टर कहते हैं,’रात को सोने से पहले हमें पानी पीना चाहिए.’ सवाल यह उठता है कि ठंडा या गर्म पानी पीना चाहिए. दरअसल, कई डॉक्टर कहते हैं कि पानी पीने से अच्छी नींद आती है. अगर आप रात के वक्त अच्छे से पानी पीकर सोते हैं तो वह आपके स्किन, पेट और शरीर तीनों के लिए काफी फायदेमंद है.
बॉडी टेंपरेचर को करता है कंट्रोल
रात को सोने से पहले पानी पीना एक दवाई की तरह माना गया है. डॉक्टर कहते हैं’,सोने से पहले रूम टेंपरेचर के हिसाब से आप अगर पानी पिएंगे तो सुबह देखेंगे आपकी स्किन ग्लो कर रही है. सिर्फ इतना ही नहीं पेट भी साफ है और पूरा दिन आप एनर्जी और फ्रेश फिल करेंगे.’
क्या कहता है रिसर्च
मेडिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी नारायण मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के सलाहकार अभिनव गुप्ता के मुताबिक सोने से पहले पानी पीने से आपके शरीर का टेंपरेचर कंट्रोल में रहता है. जिसके कारण आप हाइड्रेट रहते हैं. रिसर्च के मुताबिक डिहाइड्रेशन की वजह से कई लोगों को सोते समय बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड महसूस होती है. अगर आप सोने से पहले ढेर सारा पानी पी लेते हैं तो आपका बॉडी टेंपरेचर नॉर्मल रहता है. आपको ठंड या गर्मी नहीं लगेगी. इसका फायदा यह है कि आप सोते समय हाइड्रेटेड रहते हैं. साल 2014 में’नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन’ में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, पानी की कमी मूड स्विंग का बहुत बड़ा कारण बन सकती है.
यह भी पढे –