जब हमें चोट लगती है तब हमारी बॉडी पर थोड़ी देर में ही खून जम जाता है, जिसे खून का थक्का जमना भी कहते हैं. चोट लगने पर थोड़ा बहुत सारा ब्लड (Blood) बाहर भी आ जाता है. हमारे खून में ऐसी प्रॉपर्टी होती हैं, जिससे ब्लड कुछ ही देर में जम जाता है और चोट लगने पर ज्यादा खून नहीं बहता है. जिससे हमारी जान बच जाती है. ये हमारे शरीर के लिए जरुरी होती है. लेकिन कई बार यही ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) जानलेवा भी हो सकती है.
कई बार हमारे शरीर में कोई चीज चुभने के कारण स्किन से ब्लड निकल कर जम जाता है. इस दौरान चोट वाले स्थान पर सूजन, ब्राउन कलर का छाला पड़ना, पेनफुल वेंस आदि के लक्षण दिख सकते हैं. अगर आपको इसी तरह के कुछ भी लक्षण नजर आते है, तो सावधान हो जाइए, ये ब्लड क्लॉट आपके दिल और लंग्स के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं.
सीने में तेज दर्द होना, पसीना आना और सांस लेने में दिक्कत होना हार्ट क्लॉट के लक्षण है, ऐसे में आपको हार्ट अटैक का खतरा भी बना रहता है. अगर आपको ऐसी कोई परेशानी है तो आपको डॉक्टर को अवश्य दिखाना चाहिए.
हाथ-पैरों के क्लॉट्स हमारे शरीर के लिए खतरनाक होते हैं. वहीं, बेली में इंटेस्टाइन से ब्लड ड्रेन करने वाली नर्वस से भी ब्लड क्लॉट हो जाता है. जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
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