मीठी नदी घोटाले में डिनो मोरिया पर शिकंजा, कॉल रिकॉर्ड्स से खुला राज

मुंबई में बाढ़ और जलजमाव की बड़ी वजह मानी जा रही मीठी नदी सफाई घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले नाम सामने आ रहे हैं। इस मामले में अब बॉलीवुड अभिनेता डिनो मोरिया और उनके भाई सेंटिनो मोरिया का नाम भी शामिल हो गया है।

मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने दोनों भाइयों से सोमवार को करीब 8 घंटे लंबी पूछताछ की। लेकिन अधिकारियों के मुताबिक, यह पूछताछ अधूरी रही, जिस कारण अब डिनो मोरिया को बुधवार को दोबारा तलब किया गया है।

📞 फोन कॉल्स से खुला डिनो मोरिया का नाम, संदिग्ध संबंधों की जांच में जुटी पुलिस
जांच एजेंसी को अभिनेता डिनो मोरिया के कॉल रिकॉर्ड्स में ऐसे नंबर और बातचीत मिली है, जिससे साफ होता है कि वे घोटाले के मुख्य आरोपी केतन कदम के संपर्क में थे।

सूत्रों के अनुसार, डिनो और सेंटिनो मोरिया की केतन कदम से कई बार बातचीत हुई, जिसके चलते पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इन संबंधों की प्रकृति सिर्फ दोस्ताना थी या कारोबारी भी।

🚨 कौन है घोटाले का मास्टरमाइंड केतन कदम?
65 करोड़ रुपये के इस घोटाले में केतन कदम को मुख्य आरोपी माना गया है।
पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, बीएमसी के अधिकारियों, ठेकेदारों और केरल की एक कंपनी ने मिलकर टेंडर की प्रक्रिया को घुमाया और अपने फायदे के लिए नियमों को तोड़ा।

साफ-सफाई के नाम पर स्लज पुशर और ड्रेजिंग मशीनें किराए पर ली गईं, लेकिन उनकी लागत और उपयोगिता में भारी हेरफेर किया गया।

🏗️ बीएमसी पर भी उठे सवाल, टेंडर को जानबूझकर मोड़ा गया?
जांच में सामने आया है कि बीएमसी की टीम ने केरल स्थित मैटप्रॉप कंपनी का दौरा किया, फिर टेंडर को इस तरह डिजाइन किया गया कि सिर्फ वही मशीनें खरीदी या किराए पर ली जा सकें जो मैटप्रॉप से जुड़ी हों।

इस तरह, टेंडर प्रक्रिया को पूर्वनियोजित तरीके से मोड़ा गया, जिससे लाखों का फायदा खास लोगों को मिला।

🔍 पुलिस के रडार पर डिनो मोरिया, पैसों के लेन-देन की भी जांच
पुलिस को शक है कि डिनो मोरिया और केतन कदम के बीच सिर्फ दोस्ती नहीं, आर्थिक लेन-देन भी हुआ हो सकता है।

इस बात की पुष्टि के लिए लेन-देन से जुड़े दस्तावेज, बैंक ट्रांजैक्शन्स और कॉल रिकॉर्ड्स की गहनता से जांच की जा रही है।

अब बुधवार को फिर से डिनो मोरिया से पूछताछ होगी, जिसमें उनके भाई सेंटिनो भी शामिल हो सकते हैं।

🧾 FIR में 13 नाम, 5 ठेकेदार और BMC के 3 अधिकारी शामिल
इस घोटाले में पुलिस ने अब तक 5 निजी ठेकेदारों और BMC के 3 अधिकारियों समेत कुल 13 लोगों पर FIR दर्ज की है। घोटाले का मुख्य आधार टेंडर की प्रक्रिया और मशीनों की सप्लाई में हेरफेर को बताया गया है।

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