Why JDS should not consider a Muslim CM - HD Kumaraswamy

कर्नाटक में सीटों के तालमेल की अटकलों के बीच देवेगौड़ा, कुमारस्वामी प्रधानमंत्री मोदी से मिले

आगामी लोकसभा चुनाव में जनता दल (सेक्युलर) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कर्नाटक में सीटों के तालमेल को लेकर बातचीत की अटकलों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।

संसद भवन स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान कुमारस्वामी के भतीजे और जद (एस) के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना सहित पार्टी के कुछ अन्य नेता मौजूद थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ही इस मुलाकात की तस्वीरें ‘एक्स’ पर साझा की और कहा, ”पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा जी, कुमारस्वामी जी और एचडी रेवन्ना से मिलकर हमेशा खुशी होती है। देश की प्रगति में देवेगौड़ा जी के अनुकरणीय योगदान को भारत बहुत महत्व देता है। विविध नीतिगत मामलों पर उनके विचार व्यावहारिक और भविष्योन्मुखी होते हैं।”

कुमारस्वामी बुधवार को इन अटकलों के बीच नई दिल्ली पहुंचे कि वह लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक में सीट बंटवारे पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत कर सकते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ हुई बैठक के बाद सितंबर में जद (एस) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गया था।

दोनों दलों के नेता तब से कहते आ रहे हैं कि लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर अभी बातचीत नहीं हुई है।

कुमारस्वामी ने दिल्ली रवाना होने से पहले बुधवार को कहा कि वह निजी काम से दिल्ली जा रहे हैं। हालांकि, कुमारस्वामी के भतीजे और जद (एस) के हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने जद (एस) के संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की बृहस्पतिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के संकेत दिए थे।

कर्नाटक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र भी दिल्ली में हैं। इस वजह से सीट बंटवारे पर बातचीत को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।

जद (एस) के साथ सीट बंटवारे पर बातचीत के बारे में पूछे जाने पर विजयेंद्र ने कहा कि दोनों दल गठबंधन में हैं, लेकिन जद (एस) की अपेक्षाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वे लोकसभा चुनाव में कितनी सीट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।

जद (एस) ने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ा था। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में 25 सीट जीतकर परचम लहराया था, जबकि उसके समर्थन वाली निर्दलीय (मांड्या से सुमलता अंबरीश) ने एक सीट पर जीत हासिल की। कांग्रेस और जद (एस) ने एक-एक सीट पर जीत हासिल की थी।

– एजेंसी