तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन को आसन की अवेहलना करने और सदन में कार्यवाही के दौरान व्यवधान पैदा करने के लिए गुरूवार को संसद सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
सभापति जगदीप धनखड़ ने नेता सदन पीयूष गोयल के श्री ब्रायन को सदन में उनके असंयमित आचरण के लिए सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने के प्रस्ताव के पारित होते ही श्री ब्रायन को तत्काल सदन से बाहर जाने का आदेश दिया और सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले भी इसी मुद्दे पर सदन की कार्यवाही बारह बजे तक स्थगित करनी पड़ी थी।
बारह बजे जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई श्री धनखड़ ने कहा कि श्री बायन ने आसन के आदेश का उल्लंघन किया है और वह सदन में नारेबाजी कर रहे हैं। उनके इस आचरण को स्वीकार नहीं किया जा सकता और वह नियम 256 के तहत उनका नाम दोबारा पुकार रहे हैं।
नेता सदन पीयूष गोयल ने एक प्रस्ताव पेश कर कहा कि श्री ब्रायन द्वारा आसन की अवेहलना किये जाने और कार्यवाही में व्यवधान पैदा करने के लिए उन्हें सत्र की शेष अवधि के लिए राज्यसभा से निलंबित किया जाता है।
सभापति ने इस प्रस्ताव को सदन में रखा और सदन ने इसे ध्वनिमत से पारित कर दिया। सभापति ने श्री ब्रायन से सदन से बाहर जाने को कहा और प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की लेकिन श्री ब्रायन ने उनके आदेश को अनसुना कर दिया।
इस बीच विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति ने कहा कि सरकार प्रश्नों का जवाब देने के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि इसका नुकसान विपक्ष को ही होगा क्योंकि वह सरकार से सवाल पूछने का मौका गंवा रहा है। विपक्षी सदस्यों के हंगामे को देखते हुए उन्होंने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
– एजेंसी