कोलकाता (एजेंसी/वार्ता): संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस मनाने के लिए कोलकाता भर से साइकिल सवार शनिवार को यहां एकत्र हुए और 70 से अधिक शहर की सड़कों पर “पुराने” साइकिल प्रतिबंध को हटाने की मांग करते हुए इसे हरित यात्रियों के मानवाधिकारों का मामला बताया।
इनका कहना है कि साइकिल चालक हवा को साफ रखने और जलवायु परिवर्तन को दूर रखने में सीधे योगदान देते है । साइकिल चालकों ने शहर के पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल को यह तर्क देते हुए एक पत्र भी सौंपा कि कई दैनिक शहरी यात्री अपने कार्यस्थलों तक पहुँचने के लिए साइकिल की सवारी करते हैं। साइकिल की सवारी कई लोगों की आर्थिक गतिविधियों का हिस्सा हैं।
साइकिल चालकों ने शीर्ष पुलिस अधिकारी से मौजूदा प्रतिबंध का संज्ञान लेने का आग्रह किया और यह कैसे सड़कों पर साइकिल चालकों के उत्पीड़न का कारण बन रहा है और उनसे शहर में साइकिल चलाने को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया, बजाय इसे रोकने के।
इस मौके पर वी आर द कॉमन पीपल के सचिव सुभाजीत दत्ता गुप्ता ने कहा, “हम चाहते हैं कि साइकिल प्रतिबंध को आम लोगों के जीवन और आजीविका की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए रद्द किया जाए जो साइकिल से काम पर जाते हैं।
साइकिल सामाजिक न्याय का भी एक साधन है, क्योंकि यह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को कम खर्च में यात्रा करने में मदद करती है।” एक दिसंबर को, वायु गुणवत्ता के मामले में कोलकाता दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 8वें स्थान पर था।
-एजेंसी/वार्ता
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