रणकपुर से बांसवाड़ा वाया उदयपुर स्टेट हाईवे 32 को नेशनल हाईवे में परिवर्तन करने की मांग

उदयपुर (एजेंसी/वार्ता) राजस्थान अनुसूचित जनजाति परामर्शदात्री परिषद एवं बीसूका राज्य स्तरीय समिति के सदस्य लक्ष्मीनारायण पण्ड्या ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से रणकपुर से बांसवाड़ा वाया उदयपुर स्टेट हाईवे-32 को नेशनल हाईवे में परिवर्तन कर फोरलेन में बदलने की मांग की है।

पण्ड्या ने गडकरी को लिखे पत्र में बताया कि स्टेट हाईवे 32 जो कि रणकपुर, सायरा गोगुन्दा, उदयपुर, सलूंबर, आसपुर से बांसवाड़ा को जोड़ता है। इस मार्ग पर वर्तमान दो लेन चौड़ाई की सड़क उपलब्ध है, जबकि वर्तमान में इस सड़क पर फोरलेन से भी ज्यादा वाहनों का आवागमन रहता है। ज्यादा आवागमन तथा फोरलेन नहीं होने से उदयपुर से बांसवाड़ा मार्ग पर निरंतर कई दुर्घटना होने से कई व्यक्तियों की अकाल मृत्यु हो रही है। यह मार्ग राजस्थान से मध्यप्रदेश तथा महाराष्ट्र जाने वाले वाहनों के उपयोग में आ रहा है।

उन्होंने कहा कि यह स्टेट हाईवे 32 से पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों जुडे महत्वपूर्ण स्थान रणकपुर, गोगुन्दा, उदयपुर, विश्व विख्यात जयसमन्द झील, महाराणा प्रताप निर्वाण स्थली चावण्ड, जयसमंद वन्य जीव अभयारण्य, वीरांगना हाडी रानी कर्म स्थली सलूंबर, धार्मिक भावनाओं से जुड़े त्रिवेणी संगम बेणेश्वर धाम, राष्ट्रीय शहीद स्थल मानगढ धाम के साथ उदयपुर,डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा जिलों के कई औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ता है। इस स्टेट हाईवे से प्रभावित यह सम्पूर्ण क्षेत्र जनजाति बाहुल्य है। यदि यह मार्ग नेशनल हाईवे में परिर्वतन हो जाता है तो इस जनजाति क्षेत्र में सर्वांगीण विकास हो सकेगा।

पण्ड्या ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री भजनलाल जाटव, उदयपुर सांसद अर्जुनलाल मीणा, बांसवाड़ा सांसद कनकमल कटारा, रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर को भी पत्र की प्रतिलिपि देकर इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने हेतु अनुरोध किया है।

-एजेंसी/वार्ता

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