क्या आपने कभी रतालू खाया है? अगर नहीं खाया तो अब ज़रूर आज़माएं। ये ज़मीन के नीचे उगने वाली एक जड़ वाली सब्जी है, जिसे अलग-अलग क्षेत्रों में सूरन, जिमीकंद या यम (Yam) के नाम से जाना जाता है। इसकी बाहरी त्वचा मोटी और खुरदरी होती है, जिसे आमतौर पर उबालकर या सब्जी बनाकर खाया जाता है। रतालू ना सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं इसके फायदे…
🥗 रतालू है पोषक तत्वों का पिटारा
रतालू में मौजूद जरूरी पोषक तत्व जैसे –
फाइबर,
विटामिन C,
विटामिन B6,
थायमिन,
मैंगनीज,
पोटैशियम,
और आयरन
से यह शरीर को ताकत देता है और पाचन को दुरुस्त रखता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाता।
❤️ हाई कोलेस्ट्रॉल को करता है कंट्रोल
रतालू में फाइबर और रफेज की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की धमनियों में जमा खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है
और हृदय को स्वस्थ बनाए रखता है।
आप इसे उबालकर या हल्की मसालेदार सब्जी बनाकर खा सकते हैं।
🍽️ पेट की समस्याओं का समाधान
फाइबर से भरपूर होने के कारण रतालू पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
इससे कब्ज, गैस और बवासीर जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
यह शरीर को हल्का और पेट को साफ रखने में भी मदद करता है।
⚙️ मेटाबोलिज्म बढ़ाता है
रतालू शरीर के मेटाबोलिज्म यानी चयापचय को बेहतर बनाता है।
यह मोटापे को कंट्रोल करने और मेटाबोलिक डिसऑर्डर से बचाव में सहायक होता है।
साथ ही शरीर में ऊर्जा बनाए रखता है।
🩸 खून की कमी करता है दूर
रतालू में आयरन और कॉपर की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करते हैं।
यह खून की कमी (एनीमिया) से पीड़ित लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
✅ निष्कर्ष:
रतालू एक सस्ती, स्वादिष्ट और बेहद पौष्टिक सब्जी है जिसे अपने रोज़ाना के भोजन में ज़रूर शामिल करना चाहिए। चाहे वह दिल की सेहत हो, पेट की समस्या या खून की कमी — रतालू हर पहलू में लाभकारी है।
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