पूर्व ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने भारत के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में मिली जीत के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाजों को दबाव में बताया है। उन्होंने कहा कि केवल उस्मान ख्वाजा ही नहीं, बल्कि पूरे शीर्ष क्रम को अपनी फॉर्म सुधारने की जरूरत है।
ख्वाजा, स्मिथ और मैकस्वीनी पर प्रदर्शन का दबाव
मार्नस लाबुशेन ने एडिलेड टेस्ट में जोरदार अर्धशतक के साथ फॉर्म में वापसी की, लेकिन अन्य प्रमुख बल्लेबाज रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ख्वाजा, स्टीव स्मिथ और युवा सलामी बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी अब तक प्रभावित करने में नाकाम रहे हैं।
डेविड वार्नर ने फॉक्स क्रिकेट से कहा, “यह केवल ख्वाजा का मुद्दा नहीं है, बल्कि शीर्ष क्रम के सभी बल्लेबाज दबाव में हैं।”
ट्रैविस हेड का पलटवार, लेकिन और समर्थन की दरकार
एडिलेड में ट्रैविस हेड ने शानदार शतक लगाकर टीम को मजबूती दी। उनके इस प्रदर्शन ने पर्थ में मिली करारी हार के बाद टीम को वापसी करने में मदद की। वार्नर ने कहा, “ट्रैविस ने शानदार पलटवार किया और हमें पता है कि वह ऐसा करने में सक्षम हैं। लेकिन अन्य बल्लेबाजों को भी उनका अनुसरण करना होगा।”
उन्होंने कहा, “सिर्फ एक खिलाड़ी पर निर्भरता काफी नहीं है। शीर्ष छह बल्लेबाजों को बड़ा स्कोर बनाना होगा ताकि हमारे गेंदबाजों को आराम करने का पर्याप्त मौका मिल सके।”
ब्रिस्बेन टेस्ट के लिए उम्मीदें
वार्नर ने शनिवार से शुरू होने वाले ब्रिस्बेन टेस्ट को लेकर कहा, “मुझे उम्मीद है कि ब्रिस्बेन में हमारे शीर्ष क्रम के बल्लेबाज बड़ी पारियां खेलेंगे।”
नाथन मैकस्वीनी और ख्वाजा की जोड़ी अब तक टेस्ट सीरीज में संघर्ष करती नजर आई है। मैकस्वीनी ने चार पारियों में केवल 59 रन बनाए हैं, जबकि ख्वाजा ने 34 रन जोड़े हैं। ख्वाजा ने पिछले 16 टेस्ट पारियों में सिर्फ एक बार 50 रन का आंकड़ा पार किया है।
स्मिथ का खराब फॉर्म
स्टीव स्मिथ का खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने अब तक तीन पारियों में सिर्फ 19 रन बनाए हैं। वार्नर ने मैकस्वीनी के बारे में कहा, “सलामी बल्लेबाजी सबसे मुश्किल भूमिका है और मैकस्वीनी ने इसे निभाने की कोशिश की है।”
मैक्सवेल को टेस्ट टीम में जगह के लायक नहीं मानते वार्नर
ग्लेन मैक्सवेल को टेस्ट टीम में शामिल करने की चर्चा पर वार्नर ने अपनी स्पष्ट राय रखी। उन्होंने कहा, “अगर आप घरेलू क्रिकेट की चार दिवसीय प्रतियोगिता के लिए नहीं चुने जा रहे हैं, तो आप कैसे टेस्ट टीम में जगह बनाने के हकदार हो सकते हैं? मुझे नहीं लगता कि मैक्सवेल इस समय टेस्ट टीम में शामिल होने के योग्य हैं।”
निष्कर्ष: शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को सुधार की जरूरत
डेविड वार्नर का बयान ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए एक चेतावनी है कि उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार लाना होगा। ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है, ताकि वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मजबूती से बने रह सकें।