बेल के पत्तों में छिपा है कई बीमारियों का इलाज,जानिए

बेल के पत्र का बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है.पूजा-पाठ में इसका इस्तेमाल किया जाता है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनके भक्त बेल के पत्ते चढ़ाते हैं. ये तो हो गई धार्मिक महत्व की बात.. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेल का पत्ता कितने गुणों से भरपूर है, इसका औषधीय महत्व भी बहुत बड़ा है.जिस तरह से बेल फल बीटा-कैरोटीन, प्रोटीन, राइबोफ्लेविन और विटामिन सी जैसे विभिन्न पोषक तत्वों का एक शक्तिशाली पंच है.वैेसे ही इसके पत्तों में टैनिन, फ्लेवोनॉयड्स और कौमारिन नामक तत्व पाए जाते हैं.

बेल के पत्तों का रस आपके पाचन तंत्र को स्वास्थ्य रख सकता है. आंत से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर पेट की सफाई करता है. इसमें लैक्सेटिव प्रॉपर्टीज होती है जो डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरस्त करती है. इसके लिए बेल के पत्तों के रस को नमक और काली मिर्च के साथ में लाएं और सेवन करें.

बेल के पत्तों के रस से सांस से जुड़ी समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है. इसके सेवन से अस्थमा की समस्या में बहुत फायदा मिलता है. इसके पत्तों में मौजूद कुछ ऐसे गुण होते हैं जो सांस से जुड़े रोगों के जोखिम को कम करने में फायदेमंद होते हैं. बेल के पत्तों के रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से फायदा पहुंच सकता है.

बेलपत्र का जूस डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके सेवन से शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित करने में मदद मिल सकती है. इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ावा देता है. एक चम्मच बेल के पत्तों के रस को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं.

जिन लोगों को एनीमिया की शिकायत होती है. उन्हें भी बेल के पत्तों के रस का सेवन करने की सलाह दी जाती है, इससे शरीर में खून बढ़ाने में मदद मिलती है. इसके लिए एक चम्मच बेल के पत्तों का रस एक गिलास पानी में डालकर पिएं.बेल आयरन का एक समृद्ध स्रोत होने के कारण एक प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप में कार्य करता है और रक्त में लाल रक्त कोशिका और हीमोग्लोबिन की संख्या बढ़ाता है.

फाइटोकेमिकल्स की उच्च सामग्री बेल के एंटीऑक्सीडेटिव गुणों के लिए इसे हृदय और लिवर की बीमारियों के खिलाफ एक शक्तिशाली मेडिसिन बनाती है. उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और विभिन्न संक्रमणों के खिलाफ भी उपयोगी है.

बेल के पत्तों के रस का सेवन कई तरह के संक्रमण के इलाज में मदद कर सकती है. इसमें एंटीफंगल, एंटीमाइक्रोबियल्स, एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं. बेलपत्र के रस को खुजली त्वचा के दाग धब्बे और पित्त की समस्या को दूर भगाने के लिए सहायक माना जाता है.

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