कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री मोहन यादव के खिलाफ उज्जैन मास्टरप्लान में भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या यही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक समाचार पत्र की 11 जून, 2023 की खबर साझा की जिसमें कहा गया है कि उज्जैन मास्टर प्लान में जमीनों की हेरफेर की गई तथा इस मामले में तत्कालीन मंत्री मोहन यादव और उनके परिवार के कुछ सदस्य सवालों के घेरे में हैं। कांग्रेस के इस आरोप पर मोहन यादव या भाजपा की तरफ से फिलहाल प्रतिक्रिया नहीं आई है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”चुनाव परिणाम के आठ दिन बाद भाजपा ने मध्यप्रदेश के लिए मुख्यमंत्री चुना, तो वह भी एक ऐसे व्यक्ति को चुना जिस पर उज्जैन मास्टरप्लान में बड़े पैमाने पर हेरफेर करने समेत कई गंभीर आरोप हैं। सिंहस्थ के लिए आरक्षित 872 एकड़ जमीनों में से उनकी जमीन को भूमि उपयोग बदलकर अलग किया गया।”
उन्होंने दावा किया कि यादव के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हैं जिनमें वह गाली देते, धमकी देते और आपत्तिजनक बयान देते हुए दिख रहे हैं। रमेश ने सवाल किया, ”क्या यह है मध्यप्रदेश के लिए ‘मोदी की गारंटी’?”
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट के सदस्य रहे यादव को भाजपा विधायक दल ने केंद्रीय पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में अपना नेता चुना। भाजपा ने 17 नवंबर को हुए विधानसभा चुनावों में 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीट जीतकर मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखी, जबकि कांग्रेस 66 सीट के साथ दूसरे स्थान पर रही।
– एजेंसी