आमतौर पर शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लोग प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। प्रोटीन की उचित मात्रा जीवनशैली को कई प्रकार से प्रभावित करती है। इसके नियमित सेवन से मांसपेशियों से लेकर हड्डियों तक शरीर के सभी अंगों को मज़बूती प्राप्त होती है। प्रोटीन पुरूषों के साथ महिलाओं के लिए भी ये आवश्यसक होता है.तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
शरीर में कितनी प्रोटीन की मात्रा होनी चाहिए :-
महिलाओं को रोज़ाना 46 ग्राम प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा प्रोटीन इनटेक की सही मात्रा वेट के अनुसार निर्धारित होती है।इसमें अपने वज़न के अनुसार 0.7 ग्राम प्रोटीन लिया जाना चाहिए। इससे हार्मोन संतुलित बने रहते हैं और शरीर कई समस्याओं के जोखिम से बचा रहता है।
ज्यादा मात्रा में प्रोटीन लेने के नुकसान:-
एसिडिक एनवायरमेंट बार बार यूरिन सेंसेशन का कारण साबित होता है और इससे स्टोन बनने की संभावना भी बनी रहती है। इसका असर हड्डियों और लीवर पर नज़र आने लगता है।
अक्सर हाई प्रोटीन डाइट को वेटलॉस से जोड़कर देखा जाता है। मगर आवश्यकता से ज्यादा प्रोटीन की मात्रा वेटगेन का कारण साबित होता है। ज्यादा कैलोरीज़ लेने से शरीर में वज़न बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है।
उचित प्रोटीन डाइट के साथ साथ समयानुसार सोने और उठने के बावजूद शरीर में बढ़ने वाली कमज़ारी प्रोटीन की उच्च मात्रा का संकेत देती है। इससे किडनी और लीवर का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। दिनभर थकान का सामना करने से शरीर अन्य शारीरिक समस्याओं का शिकार हो जाता है।
ज्यादा प्रोटीन शरीर में निर्जलीकरण की समस्या का कारण बनता है। पानी पीने से शरीर में मौजूद अतिरिक्त नाइटरोजन और टॉक्सिन को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। वे लोग जो अधिक पानी नहीं पीते हैं, उन्हें कब्ज की समस्या से जूझना पड़ता है।
जो लोग प्रचुर मात्रा में प्रोटीन का सेवन करते हैं, उनका शरीर मेटाबॉलिक स्टेट से होकर गुज़रता है, जिसे किटोसिस कहा जाता है। इस समस्या के चलते मुंह से अनचाही फ्रूटी स्मैल आने लगती है।
यह भी पढ़ें:
फैटी लिवर से बचना चाहते हैं तो किचन में मौजूद कुछ मसाले इसमें कर सकते हैं मदद