भोपाल (एजेंसी/वार्ता): वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज राज्य के सत्तारूढ दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी सरकार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक आधार पर उत्पीड़न किया जा रहा है। सिंह ने यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर झूठे प्रकरणों में एफआईआर की जा रही है।
थानों और जेलों में भी उन्हें यातनाएं दी जा रही हैं। पूरे प्रदेश के साथ सागर जिले के सुरखी, खुरई, रहली और दतिया जिलें में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ दबाव बनाने की राजनीति के तहत सर्वाधिक मामले सामने आये हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिनों संपन्न निकाय चुनावों में उक्त स्थानों के भाजपा नेताओं के दबाव में कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं के मकान, दुकान और ढाबे भी ढहा दिये गये हैं, उनके चार पहिया वाहनों को भी बुलडोजराें और जेसीबी से ध्वस्त कर दिया गया, जिन्होंने इनके समर्थकों के खिलाफ चुनाव लड़ा या भारत जोड़ाे यात्रा में शामिल हुये।
उन्होंने कहा कि वे कल सुबह से रात्रि एक बजे तक ऐसे प्रभावित कार्यकर्ताओं के घर, ध्वस्त दुकानों और ढाबों और जेल में बंद कांग्रेस कार्यकतओं से मिलने स्वयं गए, कांग्रेस ऐसे कार्यकर्ता और उनके परिवाराें के मनोबल को खत्म नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ के निर्देश पर नियुक्त वरिष्ठ वकीलों का भी एक दल था। पार्टी हर जिलों में दो-दो वकीलों का पैनल जल्द ही घोषित करेगी जो, हर स्तरीय कोर्ट में प्रभावित कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों का प्रकरण निःशुल्क लड़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज श्री कमलनाथ के साथ वे स्वयं और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले और उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रहे ऐसे अत्याचारों और उत्पीड़न की जानकारी दी। सिंह ने कहा कि हमने उनसे आग्रह किया कि वे राजनैतिक आधार पर हो रही उत्पीड़न की इन घटनाओं को रोकें और विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक समिति गठित करें, विधि सचिव इसके सेक्रेटरी बनाये जायें जो निष्पक्षता से ऐसे प्रकरणों की समीक्षा कर प्रभावितों को न्याय दिलाये।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमें आश्वस्त किया है, किंतु हमें न्याय प्राप्त करने के लिए आशंका है कि हमें न्याय नहीं मिलेगा। लिहाजा, श्री कमलनाथ और पार्टी ने यह तय किया है कि यदि अबिलंव ऐसा नहीं हुआ तो ऐसे उत्पीड़न और अत्याचार के खिलाफ कांग्रेस प्रताड़ित कार्यकर्ताओं के पक्ष में जेल भरों आंदोलन प्रारंभ करेगी और कार्यकर्ता के मनोबल और सम्मान की रक्षा करेगी।
-एजेंसी/वार्ता
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