चीन ने कोरोना से संबंधित प्रतिबंधों में दी ढील, देश भर में बड़े पैमाने पर हुआ था विरोध

बीजिंग (एजेंसी/वार्ता): चीन की सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) को लेकर अपनाई गई अपनी शून्य-सहिष्णुता की नीति को आसान बनाते हुए 10 नए उपाय को अपनाया है। चीनी राज्य परिषद ने बुधवार को यह जानकारी दी। चीन की सरकार की शून्य सहिष्णुता की नीति को लेकर हाल के सप्ताहों में देश भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे।

परिषद ने बताया कि 24 नवंबर से बीजिंग, शंघाई और कई अन्य बड़े शहरों में प्रतिबंधात्मक उपायों को कड़ा कर दिया गया था, जिसके खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए थे। लोगों ने व्यापक लॉकडाउन को समाप्त करने और दैनिक परीक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।

सरकार ने अब सभी क्षेत्रों को महामारी विज्ञान जोखिम क्षेत्रों का चयन करने का आदेश दिया है और केवल उन्हीं इमारतों, अपार्टमेंटों, फर्शों और घरों को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है, जहां पर कोविड-19 के पुष्ट मामले हैं।

परिषद के मुताबिक अब उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में काम करने वाले या अस्थायी रूप से रहने वालों को ही पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा। चिकित्सा सुविधाओं, नर्सिंग होम, चाइल्डकेयर सुविधा केंद्रों, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों को छोड़कर सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए अब नकारात्मक पीसीआर परीक्षणों की आवश्यकता नहीं है। अब चीन में एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में यात्रा करने के लिए पीसीआर परीक्षण और इलेक्ट्रॉनिक ‘स्वास्थ्य कोड’ की आवश्यकता नहीं होगी।

परिषद ने बताया कि जो लोगों स्पर्शोन्मुख या हल्के रूप से बीमार हैं, उन्हें क्वारंटीन केंद्रों में जाने के बजाए होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति दी गयी है। यदि पांच दिनों के भीतर कोई नया मामला सामने नहीं आता है तो सरकार चिह्नित किए गए उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में क्वारंटीन केंद्रों को हटा देगी।

-एजेंसी/वार्ता

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