ब्रिटेन और कनाडा के चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) को पारस्परिक आधार पर भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जा सकती है। शीर्ष संस्था आईसीएआई ने सरकार को यह प्रस्ताव दिया है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट की शीर्ष निकाय इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के अध्यक्ष रंजीत कुमार अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि प्रस्ताव को पारस्परिक आधार पर सख्ती से लागू किया जाएगा ताकि भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भी ब्रिटेन और कनाडा में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाएगी।
यह पहली बार होगा जब किसी देश के चार्टर्ड अकाउंटेंट को भारत में प्रैक्टिस करने की अनुमति दी जाएगी।
प्रस्ताव ब्रिटेन और कनाडा के साथ भारत की मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी बातचीत का हिस्सा है।
अग्रवाल ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ भी ऐसी ही व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।
पारस्परिक प्रणाली लागू होने के बाद इन देशों के चार्टर्ड एकाउंटेंट को आईसीएआई के साथ पंजीकृत होना होगा, जो उन्हें विनियमित करेगा।
वर्तमान में भारत के करीब 42,000 चार्टर्ड अकाउंटेंट विदेशों में काम कर रहे हैं। अग्रवाल ने कहा, ”भारत के चार्टर्ड अकाउंटेंट की भारी मांग है।”
आईसीएआई में चार लाख से अधिक सदस्य और 8.5 लाख छात्र हैं। कुमार ने 12 फरवरी को इसका अध्यक्ष पद संभाला था।
– एजेंसी