यह सच है कि केला स्वाद में बहुत मीठा होता है और इसे खाने से स्वीट क्रेविंग भी शांत होती है. इसके अलावा केला मैग्निशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हर किसी को चाहिए होते हैं.
मीठा होने के बाद भी केला ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) में बहुत नीचे हैं यानी उन फूड्स में शामिल है, जिन्हें शुगर के मरीज खुशी से खा सकते हैं (Fruits for sugar patients). इसलिए इस भ्रम को मन से निकाल दीजिए कि शुगर होने पर आपको केला नहीं खाना है. हां, इस बात का ध्यान जरूर रखना है कि अति हर चीज की बुरी होती है. इसलिए दिन में एक या दो से अधिक केला खाने से हर किसी को बचना चाहिए. एथलीट्स या फिजिकल वर्क करने वाले लोगों के अलावा.
शुगर में केला खाना क्यों सेफ है?
डायबिटीज होने पर भी आप केला इसलिए खा सकते हैं क्योंकि इसमें मौजूद फ्रूक्टोज यानी फलों से मिलने वाली शुगर का स्तर काफी कम होता है. यह GI इंडेक्स में शुगर फ्रेंडली फूड्स में शामिल है और खुद अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन ने भी केले को शुगर पेशेंट्स के लिए हेल्दी बताया है.
क्या शुगर होने पर घी नहीं खाना चाहिए?
यह एक मिथ है कि घी खाने से सेहत खराब होती है और खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों को घी से परहेज करना चाहिए. इस भ्रम को दिमाग से निकाल दें. हां, आपको घी की क्वालिटी पर जरूर ध्यान देना है. आप गाय के दूध से तैयार शुद्ध देसी घी का सेवन नियमित रूप से करें. दिन में तीन से चार चम्मच घी खाएं और फिजिकली एक्टिव रहें. ये दोनों ही चीजें आपके शरीर के लिए जरूरी हैं.
क्या डायबिटीज में चाय के साथ कुकीज और बिस्किट खा सकते हैं?
आपको जानना होगा कि आपके भोजन में नेचुरल शुगर है तो यह आपको नुकसान नहीं पहुंचाती है. लेकिन रिफाइंड शुगर और एमल्सिफायर युक्त बिस्किट और कुकीज आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं हैं. खासतौर पर यदि आपको शुगर की समस्या है. इसलिए इन्हें खाने से कहीं बेहतर है कि आप अपनी चाय में एक चम्मच चीनी मिलाकर पी लें. लेकिन ध्यान रखें कि दिन में दो या तीन कप से अधिक चाय नहीं पीनी है.
क्या कोकोनट ऑइल का सेवन शुगर के मरीज कर सकते हैं?
नारियल, नारियल पानी, नारियल का तेल और नारियल की मलाई, शुगर पेशेंट्स से सभी खा-पी सकते हैं. इनमें पाए जाने वाले जरूरी फैटी एसिड्स हार्ट हेल्थ और वेन्स को हेल्दी रखे के लिए जरूरी होते हैं. शुगर के स्तर को नॉर्मल रखने में मदद करते हैं. इसलिए आपको इनसे दूर नहीं रहना चाहिए बल्कि इन्हें अपनी डेली डायट का हिस्सा बनाना चाहिए.
शुगर पेशेंट्स के लिए बेस्ट एक्सर्साइज क्या है?
ज्यादतर लोग इस भ्रम का शिकार हैं कि शुगर के मरीजों को सिर्फ वॉक करनी चाहिए. जिम करने से इनकी सेहत बिगड़ सकती है. जबकि यह एक मिथ है. जिम करने से शरीर की बड़ी मसल्स में स्टेमिना बिल्ट होता है, जो इंसुलिन के लेवल को सही रखने में मदद करता है. आपके लिए जिम और वॉक दोनों जरूरी हैं. कोई एक ही कर पाएं तो जिम चुनना बेहतर होगा.
क्या शुगर की बीमारी कभी ठीक नहीं होती?
शुगर की बीमारी के बारे में यह सबसे बड़ा भ्रम है कि ये कभी ठीक नहीं होती. ऐसा बिल्कुल नहीं है. सही डायट, सही एक्सर्साइज, सही लाइफस्टाइल और सही दवाओं के माध्यम से आप इस बीमारी को पूरी तरह ठीक कर सकते हैं.
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