नवजात शिशु के लिए मां का दूध अमृत समान होता है। यह न केवल बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है, बल्कि मां के स्वास्थ्य के लिए भी कई फायदे लेकर आता है। हालांकि, कुछ महिलाएं यह सोचकर चिंतित रहती हैं कि लंबे समय तक स्तनपान कराने से उनकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। क्या वास्तव में ऐसा होता है? आइए जानते हैं विशेषज्ञों की राय।
स्तनपान और हड्डियों की सेहत का क्या है संबंध?
स्तनपान के दौरान मां के शरीर से कैल्शियम का कुछ हिस्सा दूध के माध्यम से शिशु तक पहुंचता है। कुछ शोधों के अनुसार, इस प्रक्रिया से अस्थायी रूप से हड्डियों की घनत्व (Bone Density) में हल्की गिरावट हो सकती है। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है!
✅ डॉक्टरों के अनुसार, स्तनपान समाप्त होने के बाद शरीर स्वाभाविक रूप से कैल्शियम की भरपाई कर लेता है, जिससे हड्डियां पहले जैसी मजबूत हो जाती हैं।
✅ कुछ मामलों में हड्डियों का घनत्व पहले से भी अधिक मजबूत पाया गया है।
✅ संतुलित आहार और सही जीवनशैली अपनाकर हड्डियों की कमजोरी को पूरी तरह टाला जा सकता है।
स्तनपान के दौरान हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के आसान टिप्स
1. कैल्शियम और मिनरल्स से भरपूर आहार लें
💠 हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, मेथी, सरसों)
💠 डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, दही, पनीर)
💠 सूखे मेवे (बादाम, तिल, अखरोट)
💠 प्रोटीन युक्त आहार (दालें, अंडे, सोयाबीन, बीन्स, नट्स)
2. विटामिन डी का पर्याप्त सेवन करें
☀️ रोजाना 15-20 मिनट धूप में बैठें।
💊 जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी की दवाएं लें।
3. हल्का व्यायाम और योग करें
🏋️ वेट-बेयरिंग एक्सरसाइज (हल्की वॉकिंग, जॉगिंग, स्क्वाट्स)
🧘 योगासन (वृक्षासन, ताड़ासन, भुजंगासन)
🏃♀️ नियमित व्यायाम से हड्डियों की मजबूती बनी रहती है।
निष्कर्ष
स्तनपान मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। हड्डियों की सेहत को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि शरीर कैल्शियम की भरपाई खुद कर लेता है। बस संतुलित आहार, पर्याप्त धूप और हल्का व्यायाम अपनाकर आप स्वस्थ और मजबूत हड्डियां बनाए रख सकती हैं।
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