नयी दिल्ली (एजेंसी/वार्ता): देश के पांच राज्यों में छह विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने दो-दो सीटें जीती वहीं क्षेत्रीय दलों राष्ट्रीय लोकदल और बीजू जनता दल के हिस्से में एक-एक सीट आयी है। उत्तर प्रदेश में दो सीटों रामपुर और खतौली में उपचुनाव हुए। इनमें भाजपा ने रामपुर सदर सीट समाजवादी पार्टी से छीन ली लेकिन खतौली अजीत सिंह के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल(रालोद) के खाते में चली गयी।
दिलचस्प तथ्य यह भी है कि सजा के आधार पर मौजूदा विधायकों की अयोग्यता के बाद ये दोनों सीटें रिक्त थी जिसके कारण यहां उपचुनाव कराये गये। रामपुर सदर के सपा विधायक मोहम्मद आजम खान को अभद्र भाषा के मामले में तीन साल की सजा के बाद विधानसभा सीट से अयोग्य घोषित कर दिया गया था, वहीं खतौली के भाजपा विधायक विक्रम सिंह सैनी ने दंगों के एक मामले में जेल जाने के बाद विधानसभा की सदस्यता खो दी थी।
रामपुर सदर में भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना उर्फ हनी ने सपा प्रत्याशी असीम राजा को 34100 मतों से हराया। वहीं खतौली में रालोद के मदन भैया (मदन सिंह कसाना) ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार और विक्रम की पत्नी राजकुमारी सैनी को 22,165 मतों के अंतर से हरा दिया।
भाजपा ने बिहार में कुरहानी विधानसभा सीट भी हासिल की, जहां उसके उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने जद (यू) के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मनोज कुशवाहा को 3600 से अधिक मतों के अंतर से हराया।कुशवाहा को सत्तारूढ़ महागठबंधन का समर्थन प्राप्त था, जिसमें जद (यू), कांग्रेस और राजद घटक हैं।
छत्तीसगढ के भानुप्रतापपुर सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा। कांग्रेस की सावित्री मंडावी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी ब्रह्मानंद नेताम (भाजपा) को 21,171 मतों के अंतर से हराया। राज्य विधानसभा के उपसभापति मनोज मंडावी के निधन से यह सीट रिक्त थी। कांग्रेस के 2018 में प्रदेश में सत्ता में आने के बाद से उपचुनावों में पार्टी की जीत का सिलसिला जारी है।
राजस्थान में सरदारशहर सीट पर भी कांग्रेस ने अपना वर्चस्व बनाये रखा है। यहां पार्टी प्रत्याशी अनिल कुमार शर्मा ने भाजपा के अशोक कुमार को 26,696 मतों से हराया। कांग्रेस विधायक भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद रिक्त इस सीट पर उपचुनाव कराये गये।
ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजद ने भी पदमपुर सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा, जहां उसकी उम्मीदवार वर्षा सिंह बरिहा ने अपने निकटतम भाजपा प्रतिद्वंद्वी प्रदीप पुरोहित को 42,000 से अधिक मतों से हराया।
-एजेंसी/वार्ता
यह भी पढ़े: पीएम मोदी को सताया डर, बोले-भाजपा कार्यकर्ताओं पर जुल्म बढ़ेगा लेकिन हम लड़ेंगे