काली मिर्च का इस्तेमाल हर घर में मसाले के तौर पर खाने में स्वाद जोड़ने के लिए होता आ रहा है. कई बार इसे घरेलू उपचार के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. वहीं इसका इस्तेमाल दवाइयों को बनाने में भी किया जाता है, लेकिन क्या जानते हैं कि काली मिर्च का तेल भी होता है और इससे कई बीमारियों का इलाज किया जाता है, जी हां काली मिर्च का तेल शरीर के कई समस्याओं को दूर करने में कारगार माना है.
काली मिर्च से तैयार किया गया तेल पेट और पाचन शक्ति के लिए बेहतर होता है. एक रिसर्च के मुताबिक ब्लैक पेपर ऑयल की एंटीडायरियाल और एंटीस्पेज्मोडिक एक्टिविटी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. इसका इस्तेमाल गैस और एसिडिटी की दवाई को बनाने में भी किया जाता है.ये पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्राव को बेहतर करता है.
ब्लैक पेपर ऑयल को साइनस और नसल कंजेशन के लिए भी प्रभावी उपचार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल रेस्पिरेट्री सिस्टम में मौजूद म्यूकस को नरम करके बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे साइनोसाइटिस सर्दी जुकाम और नसल ब्लॉक से आपको आराम मिलता है.
काली मिर्च से तैयार एसेंशियल ऑयल चिंता और तनाव को कम करने के लिए भी जाना जाता है. ये तेल नसों को शांत करके आपकी मांसपेशियों को आराम देता है. इससे आप शांत महसूस करते हैं. ये आपकी भावनाओं में संतुलन बनाए रखता है. मूड में जबरदस्त सुधार करता है.
सेल बायो केमिस्ट्री और बायोफिजिक्स द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक काली मिर्च के तेल का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर को सामान्य रखता है. ये ब्लड ग्लूकोस टोलरेंस को बढ़ाता है और इन्फ्लेमेशन को कम करते हुए लिवर फंक्शन को बूस्ट करता है. कुल मिलाकर यs शरीर के टॉक्सिंस को बाहर निकालकर इन्फ्लेमेशन को कम करता है.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिकल द्वारा प्रकाशित स्टडी के मुताबिक ब्लैक पेपर ऑयल में एंटीवायरल, एंटीमाइक्रोबॉयल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले हार्मफुल बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार होती है. ये बंद पोर्स को खोलता है और उसमें जमा एक्स्ट्रा ऑयल और बैक्टीरियल इंप्योरिटीज को बाहर निकालता है, जिससे पिंपल और एक्ने की समस्या नहीं होती.
काली मिर्च हाई ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने और कुल कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार करने में मदद करता है.
-ये गठिया की स्थिति में भी सुधार करता है. ब्लैक पेपर ऑयल में एंटी अर्थराइटिस प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जिसकी वजह से ब्लड सरकुलेशन को बढ़ावा मिलता है और जोड़ों से दर्द से राहत पाने में मदद मिलती है. इसका इस्तेमाल शरीर से यूरिक एसिड जैसे टॉक्सिंस को बाहर निकाल सकता है.
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