राजस्थान में जन आक्रोश यात्रा में भाजपा को आमजन का मिल रहा है समर्थन- अनिता भदेल

जयपुर (एजेंसी/वार्ता): राजस्थान की पूर्व मंत्री एवं विधायक अनिता भदेल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य में चल रही जन आक्रोश यात्रा को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। श्रीमती भदेल भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर जन आक्रोश यात्रा को लेकर प्रेस वार्ता में बोल रही थी।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के राजस्थान में बढ़ते भ्रष्टाचार से जनता अब तंग आ चुकी है, भ्रष्टाचार की बानगी राजस्थान के पीपलखूंट में एक हजार करोड़ रूपए की लाइम स्टॉन की माइंस को गहलोत सरकार ने मार्बल की माइंस बताकर सिर्फ पांच करोड़ रूपए में नीलाम कर अपने चहेतों को दे दी। शेष बचा हुआ राजस्व यदि सरकारी के खजाने में आता तो राजस्थान के विकास की योजनाओं में काम आता, गहलोत सरकार ने सिफ पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय प्रचलित योजनाओं के नाम बदले है।

उन्होंने कहा कि इस कारण राजस्थान के विकास की गति बंद हो चुकी है। कांग्रेस सरकार जनता से वादों को पूरा नहीं कर उसके साथ वादाखिलाफी की है।जब-जब कांग्र्रेस सरकार सत्ता में आई है तब-तब राजस्थान की अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है। राज्य की अर्थव्यवस्था की बदहाली से मालूम चलता है कि मार्च 2019 तक प्रतिव्यक्ति कर्ज 38 हजार रूपए था, जो वर्तमान में दुगुना होकर लगभग 70 हजार रूपए हो गया है, यदि राजस्थान की कांग्रेस सरकार इसी गति से चलती रही तो 2023 तक प्रति व्यक्ति कर्जा 86 हजार रूपए हो जाएगा।

श्रीमती भदेल ने कहा कि आज पूरे देश में सबसे अधिक मंडी टैक्स राजस्थान की किसानों पर लगाया गया है, बिजली के दरे महंगी होने से नए व्यापारियों ने कोई भी नई यूनिट राजस्थान में नहीं लगाकर दूसरे राज्यों में लगा रहे है। वर्ष 2021-22 में कांग्रेस सरकार ने घोषणा की थी कि हर उपखंड मुख्यालय में औद्योगिक इकाइयां विकसित करेंगे लेकिन वर्तमान में 144 उपखंड मुख्यालय ऐसे है जहां कोई औद्योगिक इकाइयां स्थापित नहीं हुई है।

राजस्थान सरकार पर 2019 में कर्जा लगभग 3 लाख 3 हजार 600 करोड़ रूपए था, जो 2022 में दुगुना हो गया है, उन्होंने कहा कि जितना कर्जा 70 वर्षों में नहीं लिया गया उतना गहलोत सरकार ने मात्र तीन वर्षो में लिया है। वर्ष 2022-23 में प्रदेश पर कर्जा 5 लाख 80 हजार करोड़ हो चुका है, यदि सरकार कर्जा यूं ही लेती रही तो वर्ष 2023-24 में यह सात लाख 18 हजार करोड़ हो जाएगा।

उन्होंने कहा कि राजस्थान के व्यापारी राज्य से अपने व्यापार को दूसरे राज्य में पलायन करने को मजबूर है। नए निवेशक राजस्थान में नहीं आना चाहते क्योंकि व्यापारियों में यह संशय बना हुआ है कि कब यहां मुख्यमंत्री बदल जाए यह किसी को नहीं पता। केन्द्र सरकार की अर्थव्यवस्था जहां सकारात्मकता की ओर अग्रसर है वहीं राजस्थान में कांग्रेस की सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को डुबोने की कगार पर लेकर आ गई है।

-एजेंसी/वार्ता

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