डायबिटीज और यूरिक एसिड का दुश्मन है करेले का जूस

आजकल की बिगड़ती जीवनशैली और अनहेल्दी खानपान के चलते डायबिटीज और यूरिक एसिड की समस्या तेजी से बढ़ रही है। मीठा, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड शरीर में न सिर्फ ब्लड शुगर को बढ़ाते हैं, बल्कि यूरिक एसिड का स्तर भी असंतुलित कर देते हैं।

जब शरीर में यूरिक एसिड ज़्यादा हो जाता है, तो किडनी उसे फिल्टर नहीं कर पाती और इसके क्रिस्टल्स जोड़ों में जमने लगते हैं। इससे गठिया, जोड़ों में दर्द, सूजन, चलने में परेशानी और किडनी स्टोन तक की समस्या हो सकती है।

ऐसे में आपको अपनी डाइट में ऐसी चीज़ों को शामिल करना चाहिए जो नेचुरली इन बीमारियों से लड़ने में मदद करें। करेला उनमें से एक है — जिसे अक्सर स्वाद के कारण नजरअंदाज़ कर दिया जाता है, लेकिन इसके फायदे चौंकाने वाले हैं।

करेले का जूस कैसे करता है मदद?
🦴 यूरिक एसिड को करता है कंट्रोल
करेले के रस में मौजूद आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम यूरिक एसिड को प्राकृतिक रूप से कम करने में मदद करते हैं। इसके औषधीय गुण गठिया और गाउट जैसी स्थितियों में बेहद असरदार साबित होते हैं।

🍬 डायबिटीज में बेहद असरदार
करेला नेचुरल इंसुलिन की तरह काम करता है। इसमें मौजूद फाइबर, विटामिन A, C और बीटा-कैरोटीन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। इसके नियमित सेवन से टाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल करना आसान हो सकता है।

करेले का सेवन कैसे करें?
रोज सुबह खाली पेट आधा कप करेले का जूस पिएं।

कड़वाहट कम करने के लिए उसमें थोड़ा काला नमक या नींबू मिला सकते हैं।

जूस के अलावा करेले की भुजिया, भरवां करेले या करेले की सब्जी भी खा सकते हैं।

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